Faridabad/Alive News: जिला प्रशासन ने किसानों से धान की कटाई के बाद पराली न जलाने का आह्वान किया है। किसानों से अपील की है कि वे पराली का उचित प्रबंधन कर इसे आईपीएल के एथनॉल प्लांट के लिए बेचे। ताकि देश ईंधन के लिए आत्मनिर्भरता की ओर बढ़े। डीसी विक्रम सिंह ने कहा है कि पराली जलाने वालों के खिलाफ केस भी दर्ज किया जाएगा और तुरंत कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पराली जलाने से जहां पर्यावरण प्रदूषित होता है, वहीं खेतों में मित्र कीटों को भी नुकसान पहुंचता है।
फील्ड में उतरकर 12 टीमें करेंगी कार्यवाही
अधिकारियों की टीमों को फील्ड में रहने के निर्देश देते हुए डीसी ने कहा कि पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। अधिकारियों की टीमों को रविवार के दिन भी विशेष रूप से गश्त करके पराली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए 12 टीमों का विशेष तौर पर गठन किया गया है। ताकि पर्यावरण के संरक्षण के साथ ही पराली का उचित प्रबंधन भी हो सके। किसान पराली जलाने की बजाय उसका उचित प्रबंधन कर लाभ कमाएं।
किसान जीरो टिलेज यंत्र के माध्यम से खड़ी फसल में भी गेहूं की बिजाई कर सकते है। रोटावेटर के माध्यम से खेत को जोत सकते है व सुपर सीडर की मदद से जुताई व बिजाई दोनों एक साथ की जा सकती है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा कटाई से पहले ही इन सीटू एक्स सीटू कृषि यंत्र उपलब्ध कराए गए है जिस पर 50 प्रतिशत की अनुदान राशि व्यक्तिगत किसान व 80 प्रतिशत की अनुदान राशि कस्टम हायरिंग सेंटर को दी गई है।