Faridabad/Alive News: एक अक्टूबर से चल रही दुर्गा पूजा का बुधवार को विसर्जन के साथ समापन होगा। पंडालों में जगदम्बा की पूजा के पश्चात सिंदूर खेला होगा। इस दिन महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर माता रानी से सदैव सुहागन रहने का आशीर्वाद मांगती हैं। दुर्गा मां की मूर्तियों का विसर्जन बुधवार की सुबह करीब ग्यारह बजे किया जाएगा।
लगातार नौ दिन से सेक्टर-16 के कालीबाड़ी मंदिर, नीलम बाटा रोड के दुर्गा बाड़ी मंदिर और सेक्टर-3 की एहसास समिति द्वारा विशाल स्तर पर दुर्गा पूजा का आय़ोजन किया गया। इस बार सेक्टर-3 की एहसास समिति ने इंडिया गेट बनाकर लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। वहीं सेक्टर-16 के कालीबाड़ी और नीलम बाटा रोड के दुर्गा बाड़ी में माता रानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
सिंदूर खेला का है विशेष महत्व
सेक्टर-16 में माता रानी के दर्शन करने पहुंची मोनिका पंडित और तनुश्री देव सरकार सहित अन्य ने बताया कि दुर्गा पूजा के अंतिम दिन सिंदूर खेला का विशेष महत्व होता है। महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। दुर्गा पूजा का विशेष महत्व होता है। पूजा को लेकर लगभग एक महीने से तैयारियां शुरू कर दी जाती है। मान्यता है कि दर्शऩ मात्र से भक्तों के दुख दूर हो जाते हैं। मां की विदाई के दौरान आंखे नम हो जाती हैं।