Chandigarh/Alive News : हरियाणा में सड़क हादसे रोकने के लिए अब ट्रैफिक पुलिस भी स्मार्ट बनने की तैयारी कर रही है। ट्रैफिक पुलिस तकनीक का उपयोग कर लाइव मैप के माध्यम से दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान करगी। जहां ज्यादा दुर्घटनाएं हो रही हैं, लाइव मैप पर ऐसे स्थानों के लिए अपने आप ही एक ग्रिड तैयार हो जाता है, जिससे पुलिस को तुरंत ऐसे स्थानों की जानकारी मिलती है। भविष्य में पुलिस, लोक निर्माण, स्वास्थ्य, परिवहन और स्थानीय निकाय विभागों के साथ भी यह डाटा सांझा किया जाएगा, ताकि ऐसे क्षेत्रों पर विशेष फोकस कर दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकें।
यह जानकारी हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल द्वारा यहां ली गई रोड सेफ्टी फंड मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में अधिकारी ने दी। बैठक में इस वर्ष यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने, इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने और यातायात नियमों के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए किये जाने वाले कार्यों के लिए लगभग 36 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी प्रदान की गई। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी राजमार्गों पर उपयुक्त साइन बोड, रिफ्लेक्टिव टेप व साइन बोर्ड भी लगाए जाएं।
मिली जानकारी के अनुसार जिला सड़क सुरक्षा समितियों को 30-30 लाख रुपये का बजट आवंटित किया जाएगा। यमुनानगर, पलवल और सोनीपत में स्थापित किये जाने वाले ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (आईडीटीआर) के विभिन्न कार्यों के लिए 3 करोड़ रुपये से अधिक की राशि आवंटित की गई। प्रचार अभियान के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग को 1.20 करोड़ रुपये, स्कूल शिक्षा विभाग को भी सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के लिए 1.74 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।
बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप विर्क, पुलिस महानिरीक्षक अमिताभ ढिल्लों और परिवहन आयुक्त राजनारायण कौशिक मौजूद रहे।