November 18, 2024

प्रधानमंत्री के स्वागत में सजा ग्रेटर फरीदाबाद हुआ बदहाल, सड़के टूटी, अंधेरे में डूबे कई मास्टर रोड़

Faridabad/Alive News: प्रधानमंत्री के आगमन पर ग्रेटर फरीदाबाद की तस्वीर बदलने लगी थी। टूटी सड़कें बनने लगी थी, सड़कों पर लगी लाइटें जलने लगी थी। इसके अलावा सड़क के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट पर लगे पौधों से सड़कें गुलजार हो गई थी। लेकिन प्रधानमंत्री के जाते ही सड़कें टूटने के साथ अंधेरे में डूब गई है, स्ट्रीट लाइट बंद पड़ गए और सड़क किनारे ग्रीन बेल्ट पर लगे पौधे मुरझा गए है।

अंधेरे में डूबी ग्रेटर फरीदाबाद की मास्टर रोड़

दरअसल, कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री ग्रेटर फरीदाबाद में बने एशिया के सबसे बड़े अमृता अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। तब लगभग सभी विभाग के अधिकारियो ने करोड़ों रुपए खर्च कर और आपसी तालमेल के साथ कुछ ही दिनों में ग्रेटर फरीदाबाद को दुल्हन की तरह सजा दिया। लेकिन अब बदहाली का आलम यह है कि ग्रेटर फरीदाबाद की मुख्य सड़क टूट गई है और सड़क पर लगी लगभग 50 स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ गई है और कई मास्टर रोड अंधेरे में डूब गए है। वहीं देखभाल के अभाव में ग्रीन बेल्ट पर लगे पेड़ पौधे भी सुख चुके है।

एक सप्ताह पहले बनी सड़क टूटी

अंधेरे में डूबे चार मास्टर रोड
अमृता अस्पताल का उद्घाटन होने के बाद से अस्पताल के आस पास के सेक्टर 88-89 को जोड़ने वाला मास्टर रोड, सेक्टर 85-88 को जोड़ने वाला मास्टर रोड़, सेक्टर 86-87 को जोड़ने वाला मास्टर रोड और सेक्टर 87-88 को जोड़ने वाला मास्टर रोड़ इस समय अंधेरे में डूबा हुआ है। अंधेरे में डूबी यह मास्टर रोड़ बड़े हादसे को न्यौता दे रही है।

खेड़ी जसाना मास्टर रोड का निर्माण कार्य रुका
ग्रेटर फरीदाबाद और अमृता अस्तपतल को गेट नंबर दो से जोड़ने वाला खेड़ी- जसाना रोड का निर्माण कार्य भी रोक दिया गया है। प्रधानमंत्री के आने की खबर सुनकर इस रोड़ का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। लेकिन अधिक समय लगने के कारण रोड़ का निर्माण कार्य बीच ही रोक दिया गया है और तब से लेकर अब तक मुख्य सड़क का निर्माण कार्य अधर में ही लटका है।

वहीं ग्रेटर फरीदाबाद के लोगों ने ट्वीटर पर बदहाल सड़कों की फोटो भी शेयर की है और ट्वीट में लिखा है कि “मोदी जी के आने पर बनाई गई सड़क ग्रेटर फरीदाबाद में एक हफ्ता भी नहीं टिक पाई” है। इसके अलावा लोगों का आरोप है कि अधिकारियो द्वारा अमृता अस्पताल को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण कार्य की आड़ में जनता के करोड़ों रुपयों की बर्बादी की गई है।

वहीं स्थानीय निवासी सुमेर खत्री, प्रिया, आंचल माथुर ने बताया कि अमृता अस्पताल के बनने पर हमे लगा था कि हमारी सारी समस्याओं का अब समाधान हो जाएगा। लेकिन अस्पताल बनने से हमारी समस्याएं और बढ़ गई है। कड़ी मशक्कत के बाद तो ग्रेटर फरीदाबाद की मुख्य सड़क स्ट्रीट लाइटों से रोशन हुई थी। लेकिन अस्पताल बनने से अब वह भी बंद पड़ गई है। इसको लेकर जब हमने बिजली विभाग एसडीओ से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी बिजली अमृता अस्पताल में सप्लाई की जारी है। जिसके कारण हमें स्ट्रीट लाइटों की बिजली काटनी पड़ी है। दोनों जगह बिजली सप्लाई करने से ट्रांसफार्मर पर ज्यादा लोड पड़ रहा है।

इसके अलावा लोगों का कहना है की यह हमारे देश का दुर्भाग्य भी है कि सरकार और मंत्री योजना बना देते है लागू भी करवा देते है, देश में जोरो शोरो से योजना चलाने का दावा भी किया जाता है। लेकिन सरकार और उसके अधिकारी उस योजना का फीडबैक लेना भूल जाते है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।