November 22, 2024

मनाही के बाद भी कैराना के लिए निकले सोम, सपा के मार्च को रोका गया

हिंदू पलायन के पेच में उलझे यूपी के कैराना में शुक्रवार सियासी सरगर्मी बढ़ने वाली है. प्रशासन की मनाही के बावजूद विधायक संगीत सोम की अगुवाई में बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने सरधना से कैराना की ओर ‘निर्भय यात्रा’ शुरू कर दी है. जबकि जवाब में सपा के अतुल प्रधान के नेतृत्व में सद्भावना यात्रा को पुलिस ने रोक दिया है. सरधना और कैराना में पहले से धारा 144 लागू है.

संगीत सोम ने यात्रा शुरू करने बाद कहा कि उन्हें धारा-144 के बारे में कोई जानकारी नहीं है. बीजेपी विधायक ने कहा, ‘आप लोगो का मिजाज देख ही रहे हैं. हमें भगवान पर भरोसा है कि यह यात्रा अपने मंजिल तक जरूर पहुंचेगी.’

इससे पहले सरधना में बीजेपी नेता संगीत सोम के समर्थक लाठी और गंडासा लेकर उनके आवास पर पहुंचे. वे नारेबाजी भी कर रहे थे. सोम ने शुक्रवार सुबह ही दिया कि वह यात्रा से पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा, ‘हमारा एकमात्र मकसद यूपी और कैराना के लोगों को यह बताना है कि वह सुरक्षि‍त हैं.’

बीजेपी ने तैयार की कैराना पर रिपोर्ट
कैराना मामले में बीजेपी की जांच रिपोर्ट आ गई है. पार्टी यह रिपोर्ट शुक्रवार को ही राज्यपाल राम नाइक को सौंपेगी. जबकि कैराना, दादरी और लखनऊ की कानून व्यवस्था को लेकर यूपी के राज्यपाल ने सीएम अखि‍लेश यादव से भी रिपोर्ट मांगी है. नाइक यह रिपोर्ट राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजेंगे.

शंकराचार्य ने यूपी सरकार को कोसा
इन सब के बीच शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने भी यूपी सरकार पर निशाना साधा है. द्वारकापीठ के शंकराचार्य ने ब्रद्रीनाथ धाम में कहा कि यूपी की सरकार मुसलमानों की सरकार है और उन्हीं के भरोसे चल रही है. बहुत संभव है कि बीजेपी और सपा दोनों अपनी यात्राओं में अपने-अपने तरीके से शंकराचार्य के बयान पर सियासी जमीन तैयार करें.

कैराना मुद्दे पर उलझे बीजेपी और जेडीयू नेता
दूसरी ओर, कैराना का दौरा कर चुके पांच विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने वहां से परिवारों के विस्थापन को सांप्रदायिक रंग देने पर बीजेपी पर हमला बोला है. कैराना गए नेताओं में शामिल जेडीयू सांसद और प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि इलाके में कानून व्यवस्था खराब है. इस कारण बीते वर्षों में अनेक परिवार वहां से दूसरी जगह चले गए हैं और बीजेपी इसे सांप्रदायिक रंग दे रही है.

जवाब में बीजेपी राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी पहले दिन से ही इसे कानून व्यवस्था की समस्या कह रही है और विस्थापन को किसी धर्म से नहीं जोड़ा है. उन्होंने जेडीयू और आरजेडी पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें बिहार पर ध्यान केंद्र‍ित करना चाहिए. शर्मा ने कहा, ‘हम उनके दौरे पर आपत्ति नहीं जता रहे हैं. लेकिन इन पार्टियों का शिष्टमंडल वहां माहौल बिगाड़ने के लिए गया था.’

कैराना में नहीं हुई आवश्यक कार्रवाई : मौर्य
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कैराना को लेकर पार्टी की जांच रिपोर्ट के बाबत कहा, ‘जांच दल की रिपोर्ट में क्या है यह नहीं मालूम, लेकिन पलायन का कारण कानून-व्यवस्था की बदहाली के साथ ही एक वर्ग विशेष का आतंक भी है.’ मौर्य ने सरकार पर आरोप लगाया कि दबाव में स्थानीय प्रशासन कैराना में आवश्यक कार्रवाई नहीं कर पा रहा है.

वरूण गांधी को मुख्यमंत्री पद पर उम्मीदवार बनाए जाने की मांग पर मौर्य ने कहा कि वरूण बीजेपी के नेता हैं और ऐसी मांग कांग्रेस का दिवालियापन दिखाता है.

कैराना में माहौल खराब करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई : मंत्री
शामली स्थित कैराना से कथित रूप से हिन्दू परिवारों के पलायन पर राज्य के समाज कल्याण मंत्री रामगोविन्द चौधरी ने भी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि कैराना में माहौल खराब करने वाले बीजेपी नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

चौधरी ने कहा, ‘बीजेपी अपने राजनीतिक फायदे के लिए प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की घिनौनी कोशिश कर रही है. कैराना से पलायन के दावों में कोई दम नहीं है. तस्वीर वैसी नहीं है, जैसी कि दिखाई जा रही है.’ उन्होंने कहा कि बीजेपी केन्द्र में अपने दो साल के कार्यकाल में जनता के लिए कुछ नहीं कर सकी, इसलिए वह अपने पुराने एजेंडे पर उतरते हुए सांप्रदायिकता को हवा देकर चुनावी रोटियां सेंकने की फिराक में है.