Faridabad/Alive News : महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि एफएमडीए के अंतर्गत होने वाले सभी विकास कार्यों का भुगतान अब थर्ड पार्टी एसेसमेंट (पुर्नरीक्षण) के बाद किया जाएगा। इस पुर्नरीक्षण के बाद भी संबंधित परियोजना में शामिल चीफ इंजीनियर को भी काम को सर्टिफाई करना होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी विकास कार्य के निर्माण में गुणवत्ता से समझौता किसी भी बर्दाश्त नहीं होगा और कमी पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई करनी होगी।
मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा कि एफएमडीए द्वारा अधूरे कार्य लिए गए थे और इनमें सेक्टर 75 से 89 में बुनियादी सुविधाओं का विकास करना शामिल है। इसके साथ ही 8.81 करोड़ रुपये के पेयजल की परियोजनाएं भी शहर के लिए शामिल हैं। इसके साथ ही अधिकारियों ने बताया कि खेडी व जसाना रोड पर सोसायटियों में पेयजल आपूर्ति के लिए दो करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इसके अलावा कई अन्य सड़क परियोजनाएं भी शहर में चल रही हैं। उन्होंने मीटिंग में रैनीवैल प्रोजेक्ट की भी समीक्षा की। इसके साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पिछली एफएमडीए की मीटिंग में दिए गए निर्देर्शों की भी क्रमवार ढंग से समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न नई सड़कों के निर्माण कार्यों में आ रही दिक्कतों के बारे में विस्तार से चर्चा की और निर्देश भी दिए। मीटिंग में एफएमडीए की अतिरिक्त सीईओ डा. गरिमा मित्तल, संयुक्त सीईओ गौरी मिड्ढा सहित इंजीनियरिंग विंग के सभी चीफ इंजीनियर मौजूद रहे।