November 23, 2024

खुश रहना कितना जरूरी? पढ़िए फरीदाबाद के डॉक्टरों और मेडिटेशन टीचर की राय

Nibha Rajak
Faridabad/Alive News:
आज की इस भागती दौड़ती हुई जिंदगी में थकना मना है। काम को लेकर हम कई बार परेशान हो जाते है और परेशानी में खुद का ख्याल रखना भूल जाते हैं। लेकिन हमें जीना सीखाने के लिए साल में एक दिन यानि ‘इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे’ आता है जो हमें याद दिलाता है कि मुस्कुराना कितना जरूरी है। डॉक्टर्स की माने तो प्रत्येक व्यक्ति के लिए खुश रहना बहुत जरूरी है। खुश रहने से बीमारियों से भी जल्द छुटकारा मिलता है।

दरअसल, साल 2013 में इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे को मनाने की शुरुआत हुई। इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे को हर साल सेलिब्रेट करने का रेजुलेशन 20 जुलाई 2012 में संयुक्त राष्ट्र से पास हुआ था। इसके बाद साल 2013 के 20 मार्च से यह हर साल सेलिब्रेट किया जाने लगा। इस दिन को मनाने के पीछे मशहूर समाजसेवी जेमी इलियन के प्रयासों को माना जाता है।

आज इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे पर डॉक्टर्स, मेडिटेशन टीचर की राय

परिस्थिति चाहे जैसी भी हो इंसान को हमेशा मुस्कुराते रहना चाहिए। इंसान के स्वस्थ रहने में मेडिटेशन का विशेष योगदान होता है। यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन मेडिटेशन करता है तो वह अपने आप ही नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर चलने लगता है और खुश रहने लगता है।
-पूनम वर्मा, राजयोगा मेडिटेशन टीचर।

इंसान जितना बीमारी से बीमार से नही होता उससे कई गुना बीमार टेंशन से होता है। बीमार व्यक्ति को भी हमेंशा खुश रहना चाहिए। यदि व्यक्ति खुश रहता है तो वह बीमारियों से भी जल्दी रिकवरी कर लेता है।
-डॉ. सुमित वर्मा, मेडीचेक हॉस्पिटल।

महिलाएं ज्यादा टेंशन लेती है फिर चाहे वो गृहणी हो या कामकाजी महिला। ऐसे में कई बार डिप्ररेशऩ की शिकार हो जाती है। डिप्ररेशऩ कई गंभीर बीमारियों की जननी है। इसलिए यदि आप खुश रहते हैं तो आपका बीमारियों से भी बचाव होता है।
-डॉ. गीतांजलि केसरी, साइकाइट्रिस्ट।