Faridabad/Alive News: सूरजकुंड रोड स्थित श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम श्री सिद्धदाता आश्रम में आज होली का पर्व बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अधिष्ठाता जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने होली के महत्व के बारे में समझाया।
उन्होंने कहा कि लोग बड़ी मेहनत के बावजूद लक्ष्य प्राप्त नहीं होने की शिकायत करते हैं, वह वास्तव में समय कुप्रबंधन के शिकार हैं। इसलिए जबरदस्त प्रयास करने के बावजूद वह सफल नहीं हो पाते हैं। यदि सफल होना है तो कल कर लेंगे वाली प्रवृत्ति को आज और अभी से त्याग दें। हम अपने किसी काम को कल कर लेंगे कहकर न टालें और उसको समय पर ही करें।
स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी ने कहा कि हमें भगवद्दर्शन के काम तुरंत कर लेने चाहिए और बेकार के कामों को यथासंभव टाल देना चाहिए। मानव का जन्म ही भवसागर से पार पाने के लिए मिला है, इसे व्यर्थ न गंवाएं। होली प्रेम और भाईचारे का त्यौहार है। हमें आज अहंकार त्यागने के लिए प्रण लेना चाहिए क्योंकि अहंकार मानवतो को नष्ट कर देता है।
पहले महाराज ने भक्तों संग नौ कुंडीय यज्ञशाला में हवन किया और दिव्यधाम में भगवान का पूजन किया। वैकुंठवासी गुरु महाराज की समाधि पर फूलों की चादर चढ़ाई और उनसे लोककल्याण के लिए प्रार्थना की। भक्तों ने भी हवन में आहूतियां देकर मनोकामनाएं मांगीं। दिव्यधाम में होली के दिन हवन की परंपरा प्रारंभ से ही रही है। जिसमें दूर दराज के देशों से भी भक्त जुटे।