Faridabad/Alive News: राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए ने कम्युनिटी कॉलेज आफ स्किल डेवलेपमेंट के तहत चलाए जा रहे अपने विभिन्न कौशल पाठ्यक्रमों के लिए एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के माध्यम से लाभाविन्त करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय यहां कुलपति प्रो. एसके तोमर की अध्यक्षता में आयोजित कम्युनिटी कालेज आफ स्किल डेवलेपमेंट (सीसीएसडी) की बैठक में लिया गया। इस मौके पर कुलसचिव डॉ. एसके गर्ग, कम्युनिटी कालेज के प्रिंसिपल डॉ संजीव गोयल और वाइस प्रिंसिपल नितिन गोयल भी मौजूद थे। बैठक में कॉलेज के टीचिंग और नॉन टीचिंग सदस्यों ने भी हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट एक डिजिटल बैंक है, जहां छात्रों द्वारा किसी भी पाठ्यक्रम में अर्जित क्रेडिट का संचयन किया जा सकता है। इस अर्जित क्रेडिट का उपयोग छात्र आगे की पढ़ाई जारी करने के लिए कर सकते है।
बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. तोमर ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020) के प्रावधानों में से एक एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) की शुरूआत है जो स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री पाठ्यक्रमों के छात्रों को बीच में पढ़ाई छोड़ने पर एक निर्धारित समय सीमा के अंदर दोबारा उसी जगह से पढ़ाई शुरू करने की अनुमति देता है।
उन्होंने कहा कि कम्युनिटी कॉलेज द्वारा मल्टीपल एग्जीट व एंट्री के विकल्पों के साथ बी.वोक पाठ्यक्रम प्रदान किया जा रहा है, जहां (एबीसी प्रणाली उन छात्रों की मदद करेगी जो बीच में पढ़ाई छोड़ देते है और ऐसे छात्रों द्वारा अर्जित क्रेडिट उनके एकेडमिक अकाउंट में जमा हो जायेंगे। क्रेडिट के संचय के बाद छात्र देशभर में पंजीकृत उच्च शिक्षा संस्थान से किसी भी शैक्षणिक संस्थान से आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए अपने क्रेडिट का उपयोग कर सकता है।
कम्युनिटी कालेज के प्रिंसिपल डॉ संजीव गोयल ने बैठक में कम्युनिटी कॉलेज के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया और कुलपति को अवगत कराया कि कॉलेज की शुरुआत 2013 वेल्डिंग में छह माह के एडवांस सर्टिफिकेट कोर्स के साथ हुई थी। कॉलेज द्वारा छह बी.वॉक, दो पीजी डिप्लोमा और चार डिप्लोमा पाठ्यक्रम सहित 12 पाठ्यक्रमों की पेशकश कर रहा है और इन पाठ्यक्रमों में छात्रों का कुल दाखिला 750 तक पहुंच गया है। कुलपति ने कॉलेज को जीव विज्ञान के क्षेत्र में कौशल पाठ्यक्रम शुरू करने की संभावनाओं का पता लगाने का सुझाव दिया।