Faridabad/Alive News : वार्ड 5 स्थित गली नंबर-185 में पिछले दो साल से सीवर ब्लॉक होने के कारण नालियों का गंदा पानी गलियों में भरा हुआ है और यहां की सड़को की स्थिति अत्यंत दयनीय बनी हुई है। इसके अलावा पर्वतीय कॉलोनी की मुख्य सड़क पर जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए है। जिसके कारण यहां के स्थानीय निवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। यहां के निवासियों ने कई बार इसकी शिकायत पार्षद ललिता यादव और नगर निगम अधिकारियों से की है। बावजूद इसके समस्या पिछले दो सालों से ज्यों की त्यों बनी हुई है।
इसके अलावा स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस गली में दो स्कूल भी है और स्कूल के आगे सीवर का पानी भरा रहता है। जिसके कारण बच्चों को स्कूल पहुंचने के लिए मजबूरन गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है और आए दिन बच्चें इस गंदे पानी मे गिरकर चोटिल होते रहते है। आलम यह है कि बदबूदार पानी और कूड़े के ढेर पर मच्छरों की भरमार से मोहल्ले में बीमारियां फैलने का खतरा भी बना हुआ है। वहीं लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाए। ताकि उन्हें इस नारकीय जीवन से निजात मिल सके।
क्या कहना है स्थानीय निवासियों का
गली नंबर 185 में पिछले दो सालों से सीवर ओवरफ्लो की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। वैसे तो सरकार कहती है कि पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया। लेकिन मैं सरकार से पूछता हूं कि ऐसी स्थिति में कैसे पड़ेगा इंडिया। जहां स्कूल के सामने सीवर का पानी भरा हो तो बच्चें कैसे स्कूल जाएंगे। हालांकि, सरकार ने दो साल से स्कूल बंद किए हुए थे और अब जाकर स्कूल खुले है तो यहां पर सीवर का पानी स्कूल के सामने भर हुआ है।
–अरुण, स्थानीय निवासी
सीवर ब्लॉक होने से सारी गलियों में गंदा पानी भर जाता है। इस गली की शिकायत पिछले 2 सालों से की जा रही है। लेकिन कोई समाधान नही हो रहा।
-पायल, स्थानीय निवासी
वार्ड 5 की पार्षद अपना कार्य सही ढंग से नहीं कर रही है। जिसके कारण हम नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। अगर इसकी वजह से यहां कोई दुर्घटना हो जाती है या कोई बीमार पड़ता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
–नगीना, स्थानीय निवासी
इस गली में तो बरसात के आते ही गली तालाब में तब्दील हो जाती है। प्रशासन को इस की तरफ ध्यान देना चाहिए। ताकि लोगो को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। यहां कई स्कूल भी है। स्कूलों के आगे सीवर का गंदा पानी भरा रहता है। जिसे पार करते समय आए दिन बच्चें गिरकर चोटिल होते रहते है।
–सुनीता, स्थानीय निवासी
संबंधित मामले को लेकर जब हमने नगर निगम अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने हमारा फ़ोन नही उठाया। इससे पता चलता है कि वार्ड की समस्याओं को लेकर नगर निगम के अधिकारी कितने सक्रिय है।