Faridabad/Alive News: इन दिनों शहर के अधिकतर ग्रीनबेल्ट अतिक्रमण की भेंट चढ़ रहे है। स्मार्ट सिटी में ग्रीन बेल्ट पर गोबर, शराब की दुकानें, खाने-पीने की रेहडियां तथा पेट्रोल पंप तक देखे जा सकते है। जिले में अनदेखी के चलते ग्रीन बेल्ट की इन दिनों स्थिति काफी खराब हो गई है। ग्रीन बेल्ट की स्थिति खराब होने के चलते शहर की सुंदरता तो खराब होती ही है वहीं सड़कों पर जाम की स्थिति भी बनी रहती है।
दरअसल, शहर में सड़कों को दो हिस्सों में डिवाइड करने के लिए ग्रीन बेल्ट का निर्माण किया जाता है। ग्रीन बेल्ट पर पौधे लगाए जाते है। नगर निगम का बागवानी विभाग सभी ग्रीन बेल्ट का रखरखाव करता है परंतु शहर में ग्रीन बेल्ट की तरफ प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान ही नहीं है। हाल ही में नगर निगम की ओर से चलाए गए स्वच्छता अभियान में कुछ ग्रीन बेल्टों से अतिक्रमण हटाया भी गया था लेकिन वहां स्थिति एक बार फिर से पहले के जैसी ही हो गई है।
ग्रीन बेल्ट पर है अतिक्रमण
शहर में लोगों ने ग्रीन बेल्ट पर अतिक्रमण किया हुआ है। यहां लोगों ने झुग्गी बस्ती, अवैध कारोबार, कबाड़ियों का कब्जा, शराब की दुकाने, खानी-पीने की दुकानें, यहां तक की पेट्रोल पंप तक भी बना रखे है, ऐसे में ग्रीन बेल्ट का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। एनआईटी स्थित व्यापार मंडल रोड़ पर लोगों ने ग्रीन बेल्ट को पार्किंग बना लिया है। शाम के समय यहां ग्रीन बेल्ट पर गाड़ियां खड़ी दिखाई पड़ती है।
ग्रीन बेल्ट पर गोबर और उपले
जिले में हजारों की संख्या में डेयरियां चल रही है। यह डेयरी संचालक डेयरियों से निकलने वाले पशुओं के गोबर को ग्रीन बेल्ट पर डाल देते है। हार्डवेयर चौक से प्याली चौक, प्याली चौक से गुरुग्राम सड़क, एनआईटी औद्योगिक क्षेत्र, सेक्टर-21 बी, सेक्टर-आठ आदि इलाकों की ग्रीन बेल्टों पर पशुओं का गोबर डाला तथा उपले थापे जाते है।
क्या कहना है अधिकारियों का
13 से 20 फरवरी तक पूरे हरियाणा में मेगा सफाई अभियान चलाया जा रहा है। जिले में भी अभियान के तहत सफाई की जाएगी जिसमें बड़े नालों, ग्रीन बेल्ट आदि की सफाई की जाएगी और अतिक्रमण हटाया जाएगा।
-रामजी लाल, चीफ इंजीनियर नगर निगम।