November 24, 2024

हरियाणाः इन जिलों में मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव, इस दिन से होगा आगाज

Chandigarh/Alive News: अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव-2022 तीन से पांच फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। महोत्सव आदिबद्री उद्गम स्थल, चंडीगढ़, कैथल और पिहोवा में होगा। तीन फरवरी को सुबह 11 बजे आदि बद्री उद्गम स्थल पर मंत्रोच्चार के बीच हवन यज्ञ और पूजन से महोत्सव का आगाज होगा। पांच फरवरी को वसंत पंचमी पर पिहोवा सरस्वती तीर्थ के पावन स्थल पर सरस्वती आरती से महोत्सव का समापन होगा। यह आयोजन हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में होगा।

हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव-2022 के आयोजन की तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। इस वर्ष कोविड गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए कुछ कार्यक्रम वर्चुअल रूप से भी किए जाएंगे। तीन फरवरी को प्रात: 11 बजे आदिबद्री उद्गम स्थल पर पूजा-अर्चना के साथ शुरू किया जाएगा।

इसी दिन सुबह 11:30 बजे सरस्वती कुंड पर हवन किया जाएगा और दोपहर 12:30 बजे सरस्वती वंदना और आरती का आयोजन होगा। दोपहर बाद 1:15 बजे आदिबद्री और केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ में सरस्वती नदी पर चार फरवरी को अंतरराष्ट्रीय सरस्वती सम्मेलन का वर्चुअल रूप से आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक चलेगा।

इसके उपरांत दोपहर 1:30 से तीसरे पहर तीन बजे तक तकनीकी सत्र होगा। 3:30 से शाम पांच बजे तक अंतरराष्ट्रीय सरस्वती सम्मेलन के समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा। पांच फरवरी को सुबह 11 बजे कैथल के पोलड़ तीर्थ पर हवन किया जाएगा और दोपहर 12 बजे वसंत पंचमी के पावन पर्व पर सरस्वती वंदना और भजन कार्यक्रम होगा। इसके उपरांत दोपहर एक बजे भंडारा भी लगाया जाएगा।

सरस्वती आरती से समापन
पांच फरवरी को ही पिहोवा सरस्वती तीर्थस्थल पर समापन समारोह का आयोजन होगा। इसमें प्रात: 11:30 से 12:30 बजे तक पिहोवा सरस्वती तीर्थ पर हवन किया जाएगा। सरस्वती वंदना और भजन कार्यक्रम होंगे। शाम पांच बजे सरस्वती आरती के साथ महोत्सव 2022 का परंपरा के अनुसार समापन किया जाएगा।