New Delhi/Alive News: राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपर लीक मामले हर दिन खुलासे हो रहे हैं। इस मामले की जांच एसओजी कर रही है और माना जा रहा है कि इसमे कई बड़े अधिकारियों पर गिरफ्तारी की गाज गिर सकती है। रीट परीक्षा के बाद से ही इसमे बड़े स्तर पर धांधली के आरोप लगाए जा रहे हैं। राज्य की विपक्षी दल भाजपा भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रही है।
मिली जानकार के अनुसार शुक्रवार को राजस्थान सरकार ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारौली को बर्खास्त करने का फैसला किया है। बर्खास्तगी के बाद अब उनपर गिरफ्तारी की भी तलवार लटक रही है। कुछ दिन पहले ही एसओजी की टीम ने जारौली से पूछताछ भी की थी। अब किसी भी वक्त उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। शुक्रवार को हुई बैठक में सरकार ने फैसला किया है कि जो भी कर्मचारी पेपर लीक में शामिल होगा, उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाएगा।
बैठक में सरकार ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक कमेटी भी गठित करने का लिया निर्णय है। यह कमेटी मामले की जांच करने के साथ भविष्य में होने वाली परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने का काम करेगी। रीट पेपर लीक मामले पर कार्रवाई की आंच कई बड़े अधिकारियों पर गिर रही है। आज सुबह ही शिक्षा विभाग के सचिव अरविंद कुमार सेंगवा को भी निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में अभी कई और बड़े नाम सामने आने का अंदेशा जताया जा रहा है।
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का आयोजन सितंबर, 2021 में हुआ था। इसके माध्यम से चयनित उम्मीदवारों को राज्य भर के स्कूलों में कुल 31 हजार रिक्त पदों पर नियुक्ति दी जानी है। रीट परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र वॉट्सएप पर लीक हो गया था। मामले की जांच में पता चला था कि पेपर जयपुर के स्ट्रांग रूम से लीक किया गया था। मामले के मास्टरमाइंड भजनलाल को गुजरात से गिरफ्तार किया जा चुका है।