Chandigarh/Alive News: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग पुलिस सिपाही भर्ती प्रक्रिया में बड़ा मामला उजागर हुआ है। भर्ती में एक उम्मीदवार का पेपर पास करवाने के लिए आठ से 15 लाख रुपये में सौदा तय किया गया था। प्रदेश के अलग-अलग जिले में फर्जी अभ्यर्थी पेपर देने के लिए बैठे और उन्हें फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट तक पहुंचा दिया। अब जब भर्ती में फिजिकल टेस्ट के दौरान फिंगर प्रिंट का मिलान नहीं हुआ, तो पुलिस के सामने चौकाने वाले तथ्य सामने आए।
जानकारी के मुताबिक हरियाणा राज्य कर्मचारी चयन आयोग के प्राइवेट सेक्रेटरी सुमित कुमार ने बताया कि कुछ युवक फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट के लिए आए हुए हैं, जिनके बार-बार मैच करने पर भी फिंगर प्रिंट्स मैच नहीं हुए। पूछताछ में आरोपित राहुल ने बताया कि 31 अक्टूबर 2021 को उसका सिपाही पद का पेपर था और किसी अन्य व्यक्ति नसीब गांव दनोदा जिला जींद से उसकी 15 लाख रुपये में बात तय हुई थी, जिसने उसका पेपर नीलोखेड़ी में दिया था।
विकास ने बताया कि उसका सिपाही पद का पेपर मोनू जो कि उसका दोस्त है, ने अपने किसी अन्य दोस्त से दिलवाया था और उसे पांच लाख रुपये में बात हुई थी, जो कि उसके गांव का ही रहने वाला है। वहीं, नवीन ने पुलिस को बताया कि 2 नवंबर 2021 को उसका सिपाही पद का पेपर अंबाला में रामफल तहसील उकलाना जिला हिसार ने दिलवाया था और उसने भी 15 लाख रुपये में सौदा तय किया था।
इसी प्रकार कुलदीप का पेपर 1 नवंबर 2021 को अंबाला में रामफल शर्मा ने किसी अन्य व्यक्ति से दिलवाया था, जिसमें आठ लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के साथ भर्ती प्रक्रिया में धोखाधड़ी करने पर पुलिस ने राहुल, कुलदीप, नवीन और विकास के खिलाफ विभिन्न धाराओं और हरियाणा पब्लिक एग्जामिनेशन एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।