Faridabad/Alive News: आज के इस डिजिटल युग में इंटरनेट के माध्यम से किसी भी चीज को प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है। लेकिन जितनी आसानी से हमें सेवाएं उपलब्ध होती हैं उतनी ही आसानी से साइबर ठग लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देते हैं। फरीदाबाद पुलिस द्वारा आमजन को साइबर ठगी के प्रति जागरूक करने के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जाती है जिसमें नागरिकों को किसी भी प्रकार के लुभावने लालच में न आकर उन्हें सावधानी बरतने की हिदायत दी जाती है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आजकल के आधुनिक युग में हर नागरिक किसी न किसी माध्यम से इन्टरनेट से जुड़ा हुआ है। इन्टरनेट की इसी कनेक्टिविटी की वजह से हर नागरिक सेकिंडों में एक दूसरे से संपर्क कर सकता है परन्तु कुछ फ्रॉड प्रवृति के लोग इसका गलत इस्तेमाल करके लोगों के जीवन भर की कमाई को पलक झपकते ही उड़ा लेते हैं। अपराधी साइबर फ्रॉड के नए नए तरीके खोजते रहते हैं जिनमे से कुछ इस प्रकार है:
कोविड की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी: अभी हाल ही में कोविड की बूस्टर डोज लगवाने के नाम पर बूस्टर डोज के रजिस्ट्रेशन का लिंक भेजकर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है। इस प्रकार के लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगी: कुछ गरीब भोले वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान उपलब्ध करवाने के नाम पर उनसे रजिस्ट्रेशन के नाम पर उनसे मोटी रकम ऐंठ ली जाती है और बाद में वह अपना नंबर बंद करके फरार हो जाते हैं।
लुभावने ऑफर्स का लालच देकर धोखाधड़ी: कुछ लोग व्हाट्सएप पर अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियों की तरफ से लुभावने ऑफर्स के नाम पर फिशिंग लिंक भेजकर लोगों के बैंक अकाउंट साफ कर देते हैं। ध्यान रखें कि कोई भी कंपनी इस प्रकार किसी को फ्री में कुछ भी नहीं भेजती। इसलिए इस प्रकार के लिंक्स पर कभी क्लिक न करें।
बीमा पालिसी अपग्रेड/रिन्यू करवाने के नाम पर ठगी: फरीदाबाद की साइबर थाना टीम ने कुछ ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो पालिसी धारकों को फ़ोन करके उनकी पालिसी को अपग्रेड या रिन्यू करवाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। पैसों के लालच में आकर आमजन इनकी बातों में फास जाते थे और ठगी का शिकार हो जाते थे। फरीदाबाद के लोगों से इसी प्रकार इन ठगों ने 21 लाख से ज्यादा रकम की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था।
नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी: ठगी का यह भी एक तरीका है जिसमे अपराधी आमजन को फ़ोन करके उन्हें बड़ी बड़ी कंपनियों में नौकरी लगाने के नाम पर उनसे पैसे ऐंठ लेते थे। इसी प्रकार ठगी करते हुए ठगों ने फरीदाबाद के कई लोगों से 5 लाख से अधिक रूपए ठगे थे। साइबर टीम इस गिरोह को गिरफ्तार करके हवालात की सैर करवा चुकी है।
केवायसी के नाम पर ठगी: साइबर ठगी में यह सबसे आम तरीका है जिसमे नागरिकों को केवायसी अपडेट करवाने के नाम पर फर्जी कॉल आता है और पीड़ित से उसका ओटीपी पूछकर उनकी मेहनत की सारी कमाई उड़ा लेते है।