Faridabad/Alive News : न्यूटाउन रेलवे स्टेशन के पास 40 वर्ष पूर्व बसी संजय नगर बस्ती जो मजदूर परिवारों द्वारा बसाई गई थी। रेलवे प्रशासन ने मजदूर परिवारों को मंगलवार को एक नोटिस जारी कर उन्हें जुग्गी खाली करने के लिए कहा है।
मजदूर आवास संघर्ष समिति ने संजय नगर बस्ती के तोडफ़ोड़ के मामले (दीपक शर्मा बनाम हरियाणा सरकार) को चंडीगढ़ हाई कोर्ट में फाइल किया किंतु चंडीगढ़ हाई कोर्ट से कोई राहत न मिलने की वजह से संघर्ष सिमिति ने यह मामला सुप्रीम कोर्ट में फाइल कर दिया जहां पर सुप्रीम कोर्ट ने संजय नगर बस्ती को स्टे दिया। आज दीपक शर्मा बनाम हरियाणा सरकार का मामला सुप्रीम कोर्ट में सुना जाएगा तथा कल दिनांक 15 दिसंबर 2021 को यह मामला हरियाणा चंडीगढ़ के हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए लगा हुआ है किंतु रेलवे प्रशासन इस सुनवाई से पूर्व ही बुलडोजर लेकर आज प्रातः काल में संजय नगर बस्ती में पहुंच गया जहां पर तोड़फोड़ फिर से चल रही है।
मजदूर आवाज संघर्ष समिति के राष्ट्रीय संयोजक निर्मल गोराना ने बताया की हरियाणा सरकार की विभिन्न एजेंसियां कभी राजीव नगर तो कभी संतोष नगर तो कभी संजय नगर जैसी बस्तियों में तीव्र गति से बेदखली कर रही है जो सीधा मानवाधिकारों का उल्लंघन है। मामला जब कोर्ट में पेंडिंग है तो प्रशासन को कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए अंतिम निर्णय के लिए इंतजार करना चाहिए न कि अमानवीय व असंवेदनशीलता का रुख रखते हुए असंगठित क्षेत्र के मजदूर परिवारों को इस भयंकर सर्दी में उजाड़ दिया जाए।
संजय नगर बस्ती को स्टे मिलने के बावजूद भी आज फिर से उजाड़ना और मजदूरों को विस्थापित करने को आतुर प्रशासन पुनर्वास के बारे में और अस्थाई रूप से आश्रय के बारे में कोई बात नहीं कर रहा है जो हरियाणा सरकार के लिए शर्मनाक है।