Faridabad/Alive News : प्रमुख पर्यटक स्थल, ध्यान-कक्ष की शोभा देखने में अभी भी दूर-दराज़ से सैकड़ो की संख्या में सजन आ रहे हैं और आत्मिक ज्ञान का सबक़ ले अपने जीवन को सत्य-धर्म के निष्काम राह पर प्रशस्त करने का उद्यम दिखा रहे हैं। इसी संदर्भ में आज ध्यान-कक्ष में उपस्थित सजनों को समझाया गया कि इस कारण जगत की रचना सबसे सुन्दर व सर्वशक्तिमान निरुपाधि ब्रह्म द्वारा हुई है। अत: मानो कि जो देश-काल व परिस्थितियों से निरपेक्ष रहने वाला परमतत्त्व है, इस जगत को संचालित रखने की सब शक्तियाँ व अधिकार उसी के हाथ में हैं। इस संदर्भ में हम मानते हैं कि चाहे सृष्टि के उस मूलतत्त्व यानि परमात्मा को समझना मुश्किल है पर ब्रह्म विद्या प्राप्त कर, उसके इस मायावी जगत में आजीवन दोषरहित विचरते हुए, अंत निश्चित रूप से सवोत्तम गति यानि मोक्ष प्राप्त करने हेतु, उसकी शास्त्रविहित आज्ञाओं का यथा पालन करना कोई कठिन कार्य नहीं है।
अत: ऐसा गुणी बनने के लिए अपनी सूरत अर्थात चेतना शक्ति को उस सूक्ष्म परमाक्षर प्रणव मंत्र के संग अखंडता से जोड़े रखने का पुरुषार्थ दिखाओ। यह अपने आप में ब्रह्म सत्त को धारण कर, अपने शरीर के अंग-प्रत्यंग यानि रोम-रोम, रग-रग को ज्योतिर्मय आत्मतत्त्व से सराबोर रखने जैसी महान बात होगी।