November 24, 2024

जेसीएम स्कूल में छात्रा के साथ मारपीट, हालत गंभीर, शिक्षा विभाग ने स्कूल के खिलाफ शुरू की कार्यवाही

Faridabad/Alive News : पन्हेड़ा खुर्द के जेसीएम इंटरनेशनल स्कूल में एक ग्यारहवीं कक्षा की छात्रा को स्कूल अध्यापकों द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। छात्रा के साथ मारपीट इतनी ज्यादा हुई है कि उसकी रीढ़ की हड्डी और पैर में फैक्चर हो गया है। घटना 26 नवंबर की है। घटना के दौरान घायल छात्रा को स्कूल स्टाफ ने एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। मिली जानकारी के मुताबिक अपने क्लासमेट को चॉकलेट देने के शक में छात्रा को दो टीचरों ने बुरी तरह पीटा। जिसके बाद छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गयी। परिजनों का आरोप है कि जेसीएम इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल रचना तथा डायरेक्टर राजू ने 11वीं कक्षा की छात्रा अंजली को ऑफिस में बंद करके पीटा और पीटने के बाद बच्ची के अभिभावकों से झूठ बोलकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश की, जहां अस्पताल की ओर से छात्रा को एडमिट करने से मना कर दिया गया। छात्रा की गंभीर हालत को देखते हुए उसको दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। जहां छात्रा का इलाज चल रहा है।

वहीं अंजली के पिता करतार सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले दूसरी कक्षा की तीन छात्राओं ने स्कूल के डायरेक्टर राजू को अंजली के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत में बताया कि अंजली ने अपनी क्लास के एक लड़के को चॉकलेट दी है। इस बात को सुनकर डायरेक्टर राजू अंजली को लंच में ऑफिस में ले आए और उससे चॉकलेट देने की बात पूछने लगे। अंजलि ने इस आरोप को गलत बताया है, उसके बाद स्कूल के डायरेक्टर राजू ने अंजलि के अभिभावक को बुलाने की बात कही।

अंजलि की माता का आरोप है कि स्कूल के डायरेक्टर राजू ने उनकी बेटी को थप्पड़ मारने के बाद स्कूल की प्रिंसिपल रचना ने अंजली को पहले थप्पड़ मारें फिर नीम के डंडे से उसकी पिटाई की। पिटाई के दौरान अंजली को काफी चोटें आई है। पिटाई के बाद अंजली को ऑफिस में बंद कर दिया गया है। करीब दो से ढाई घंटे के बाद अंजली को बाहर निकाला गया। बाहर निकालने के बाद उसे फिर से मारने की कोशिश की। यह देख अंजली ऑफिस से भागकर स्कूल के तीसरे फ्लोर पर आ गई जहां ड़र के मारे उसका पैर फिसल गया और वह तीसरे फ्लोर से गिर निचे गिर गई।

जिसके बाद स्कूल के डायरेक्टर राजू ने अंजली को स्कूल की ओऱ से दयालपुर सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाने की कोशिश की। जहां डॉक्टरों ने छात्रा की काफी गंभीर बताई गई और बीके अस्पताल रेफर कर दिया। अंजली के अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने उनसे झूठ बोला है कि अंजली के पैर में मोच आ गई है, उसे अस्पताल लाया गया है। अस्पताल पहुंचकर अंजली के पिता को पता चला कि अंजली की हालात सीरियस है, इसके बाद अंजली को बल्लभगढ़ के संकट मोचन अस्पताल लाया गया। वहां भी डॉक्टरों ने बताया कि अंजली काफी सीरियस है। संकट मोचन अस्पताल के बाद अंजली को दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। एम्स ट्रॉमा सेंटर में करीब एक हफ्ता इलाज चलने के बाद अंजली को रविवार शाम को डिस्चार्ज किया गया।  

क्या कहना है जेसीएम इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर का
पीड़ित छात्रा के अभिभावक के सभी आरोप निराधार हैं। छात्रा को उसकी शिकायत आने पर उसे प्रिंसिपल द्वारा समझाया गया था। ना कि उसके साथ कोई मारपीट की गयी है। हालांकि, छात्रा खुद छत की सीढ़ियों से फिसलकर गिर गयी है। जिससे उसे चोट आयी है। स्कूल की ओर से ही छात्रा का इलाज कराया जा रहा है। सात दिन बाद छात्रा के पिता ने स्कूल के खिलाफ शिकायत दी है। वो भी इसलिए कि स्कूल उन्हें या तो आठ लाख रुपए दे दें, वरना वह स्कूल के खिलाफ कार्यवाही करवाएंगे। पुलिस और शिक्षा विभाग की ओर से मामले की जांच की जा रही है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
-राजकुमार शर्मा, डायरेक्टर-जेसीएम इंटरनेशनल स्कूल।

क्या कहना है जिला शिक्षा अधिकारी का
इस स्कूल का मामला संज्ञान में आते ही शिक्षा विभाग की टीम गठित करके जांच शुरू करा दी है। टीम जांच की रिपोर्ट कार्यालय को सौंप दी है। जांच में में छात्रा सीढ़ियों से फिसलकर गिर गयी थी। जिसके कारण उसे गंभीर चोटें आयी है और स्कूल की ओर से छात्रा का इलाज कराया जा रहा है। स्कूल में बहुत सारी अनियमितताएं पायी गयी है। इस मामले को लेकर पीड़ित छात्रा के अभिभावक और स्कूल मैनजमेंट की ओर से बुलाया गया है। मैं खुद भी अपने स्तर पर जांच करूंगी।
-रितु चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी।