November 25, 2024

करनाल के खेतों में पहली बार हुआ ड्रोन से खाद का छिड़काव, समय के साथ हो रही खाद और पानी की बचत

Chandigarh/Alive News : ऐसा पहली बार हुआ है जब शनिवार को कर्णनगरी के किसानों के खेतों में ड्रोन से खाद का छिड़काव (स्प्रे) करके फसलों में खाद लगाई गई है। यह इफ्को द्वारा तरल यूरिया नैनो का ड्रोन स्प्रे प्रदर्शन था, जिसकी शुरुआत करनाल से की गई। ड्रोन सिर्फ 10 मिनट प्रति एकड़ के समय में खाद स्प्रे करेगा। इसमें किसानों का समय बचेगा और खाद व पानी भी कम लगेगा।

मिली जानकारी के अनुसार पहले से चयनित यशपाल राणा के आलू के खेत में ड्रोन से नैनो यूरिया खाद का स्प्रे किया गया। इसके बाद जमालपुर (घरौंडा) के प्रमोद, काछवा के जगदीश घई के मेथी व आलू के खेतों में नैनो यूरिया खाद का ड्रोन से स्प्रे किया गया। देखा गया कि ड्रोन से पत्तियों के साथ-साथ तने तक खाद पहुंची। इसके व्यक्तिगत तौर पर किए गए सर्वे से दस गुना कम पानी लगा तो खाद भी 50 प्रतिशत कम लगी।

जानकारी के मुताबिक ड्रोन एक बार में 10 लीटर पानी का घोल लेकर गया। जब उसका पानी खत्म हुआ तो ड्रोन फिर वापस लौटा और टंकी से पानी लेकर ठीक उसी स्थान पर पहुंचा, जहां से उसने स्प्रे छोड़ा था, उसके आगे स्प्रे किया। न तो फसल स्प्रे से छूटी और न ही दोहराव हुआ। यह देखकर मौजूद भारत का दियान, श्याम सुंदर आदि प्रगतिशील किसानों में भी उत्साह दिखा।

गन्ने की फसलों को भी होगा फायदा
डॉ. शंकर गोयनका ने बताया कि ड्रोन के अंदर जितने एकड़ खेत का क्षेत्र अंकित किया जाएगा, ड्रोन लगातार उसे पूरे क्षेत्र में स्प्रे करेगा। यह एक स्थान से संचालित होकर पांच किमी क्षेत्र में स्प्रे करेगा। खासकर उन फसलों को बड़ा फायदा होगा, जो गन्ना आदि ऊंची हैं, जिनके ऊपर से स्प्रे संभव नहीं हो पाता है। उन्होंने बताया कि इसे शीघ्र ही देश के सभी राज्यों में शुरू किया जाएगा। आज इसकी शुरुआत करनाल से कर दी गई है। क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. निरंजन सिंह ने बताया कि ड्रोन स्प्रे का प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहेगा। रविवार को सब्जियों पर ड्रोन स्प्रे किया जाएगा। ड्रोन स्प्रे प्रदर्शन का उद्देश्य पहले किसानों को इसके लिए जागरूक करना है।