Faridabad/Alive News : बीके अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में मौजूद में स्टाफ की लापरवाही के कारण मंगलवार को एक 15 वर्षीय किशोरी की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि बच्ची को स्टाफ ने गलत इंजेक्शन लगा दिया। जिसके पांच मिनट बाद ही बच्ची की मौत हो गई। हालांकि अभी परिजनों द्वारा कोई शिकायत नहीं दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार गाजीपुर क्षेत्र निवासी आमिर ने बताया कि बहन निशा (15) को कई दिनों से बुखार था। इसके चलते उसका एक निजी क्लीनिक में उपचार चल रहा था। लेकिन मंगलवार को अचानक उसे दौरे पड़ने शुरू हो गए। दौरे पड़ने के तुरंत बाद परिजन बच्ची को दोपहर में ही बीके अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे। लेकिन बहन की हालत गंभीर होने के बावजूद डॉक्टरों ने उसे जल्द उपचार दिया। यह पहली बार नही है इससे पहले भी अस्पताल के स्टाफ या डॉक्टरों द्वारा कई बार इस प्रकार की लापरवाही बरती गई है।
जैसे-तैसे करके इमरजेंसी में तैनात डॉ. स्मृति ने बच्ची का इलाज करना शुरू किया। इसके बाद अस्पताल की इमरजेंसी में मौजूद स्टाफ ने बहन को इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के पांच मिनट बाद ही बहन की मौत हो गई। इसके बाद इमरजेंसी में अफरातफरी मच गई। हालांकि परिजनों ने इस मामले की कोई शिकायत अभी पुलिस या अस्पताल प्रबंधन को नहीं दी है।