Palwal/Alive News: उपायुक्त कृष्ण कुमार ने गुरूवार को कैम्प कार्यालय से जिले के फसल अवशेष प्रबन्धन हेतू किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के दो प्रचार वाहनो को हरी झन्डी दिखाकर रवाना किया था। जो जिले के धान उगाने वाले गांवो में जाकर फसल अवशेष को जलाने से होने वाले दूषप्रभाव के बारे में जागरूक करते हुए किसानो को फसल अवशेष प्रबन्धन के बारे में भी जानकारी दे रहें हैं।
इसी कड़ी में अतिरिक्त निदेशक डा. आर.एस. सोलंकी की अध्यक्षता में शुक्रवार को खण्ड पलवल के गांव खुजूरका में फसल अवशेष प्रबन्धन हेतू एक कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें किसानो को फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान और फसल अवशेष प्रबन्धन के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। इस अवसरपर किसानो को अपने गांव में पराली ना जलाने हेतू शपथ भी दिलवाई गई।
इस मौके पर कृषि विभाग के उप कृषि निदेशक डा. महावीर सिंह, उप मण्डल अधिकारी कुलदीप सिंह तेवतिया,सहायक कृषि अभियन्ता विजय सिंह यादव आदि अधिकारियों ने पराली प्रबन्ध के सम्बन्ध में अपने विचार रखें। उन्होंने मौके पर ही किसानो की इस सम्बन्ध में आने वाली परेशानियों के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक बताते हुए निदान किया। उन्होंने बताया कि इस तरह के कैम्प जिला में रैड व यलों जोन के गांव मे आयोजित किये जा रहें है।
इसके साथ-साथ गांव किठवाडी में पराली प्रबन्धन का एक लाईव प्रदर्शन भी करके दिखाया गया। कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष प्रबन्ध हेतू व्यक्तिगत किसानो को 50 प्रतिशत एंव सीएचसी को 80 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यन्त्र उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिसके तहत जिले में व्यक्तिगत 282 कृषि यन्त्र व 14 सीएचसी को अनुदान पर कृषि यन्त्र उपलब्ध कराये जा रहे है। जिसके तहत किसानो को लगभग एक करोड़ 25 लाख रूपये अनुदान राशी स्वरूप दिये जा रहे है।