New Delhi/Alive News : सीबीएसई समेत ज्यादातर राज्य बोर्ड के 12वीं के रिजल्ट आ चुके हैं. अब स्नातक कोर्सेज में दाखिले की तैयारी कर रहे हैं. इस समय स्टूडेंट्स को चिंता है इस साल के कट ऑफ की. इस साल सीबीएसई बोर्ड में 70,004 छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं. वहीं 1,50,152 90 प्रतिशत छात्रों ने 90 पर्सेंट से अधिक अंक प्राप्त किए हैं. इससे इस वर्ष यूजी पाठ्यक्रमों के लिए कट-ऑफ बढ़ने की संभावना है. जानिए रिजल्ट का यूनिवर्सिटी-कॉलेज कटऑफ पर क्या असर पड़ेगा…
ऊपर जा सकती है कट ऑफ
सीबीएसई रिजल्ट के बाद अब डीयू के कट ऑफ पर छात्रों की नजर है. इस साल 95% और इससे ज्यादा स्कोर करने वाले 31318 स्टूडेंट्स बढ़े हैं. अगर साल 2019 की बात करें तो इस कैटेगरी में सिर्फ 17693 स्टूडेंट्स थे और 2020 में 20 हजार थे. इसलिए बीते साल भी डीयू के यूजी कोर्सेज की पहली कटऑफ .25% से लेकर 3% तक उछाल लेकर आई थी.
डीयू के एडमिशन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इस साल भी कट ऑफ .25% से लेकर 2% तक ऊपर जा सकती है. वहीं इस साल सभी बोर्ड में असेसमेंट पॉलिसी की वजह से सभी का रिजल्ट हाई गया है और जिनके रिजल्ट बचे हैं उनके भी ग्राफ ऊपर रहने की उम्मीद है. इससे सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में कट ऑफ भी 2% तक ऊपर जा सकती है. वहीं इस बार 90% और 95% के बीच स्कोर पाने वाले 150152 स्टूडेंट्स हैं, पिछले साल 157934 और 2019 में 94299 स्टूडेंट्स थे.
डीयू शिक्षक व दाखिला मामलों के विशेषज्ञ पूर्व डिप्टी डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ गुरप्रीत सिंह टुटेजा ने कहा कि इस बार कटऑफ में उछाल देखने को मिलेगा क्योंकि सीबीएसई के 95% और इससे ज्यादा स्कोर करने वालों की संख्या इस साल बढ़ी है. इसके अलावा यूपी, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब बोर्ड से भी डीयू के लिए स्टूडेंट्स एप्लाई करते हैं.
डॉ टुटेजा ने कहा कि इस साल असेसमेंट स्कीम की वजह से सभी बोर्ड के रिजल्ट में 95 प्रतिशत स्कोर पाने वालों में उछाल है, इसका असर डीयू कट ऑफ पर सीधा दिखेगा. पिछली बार भी डीयू में यह देखा गया था कि कुछ कॉलेजों में जनरल कैटिगरी की सीटें तो पहली दो कटऑफ में ही भर गई थीं. इस साल के स्टूडेंट्स को उन्होंने सलाह दी कि अगर वो डीयू में एडमिशन प्लान कर रहे हैं तो उन्हें दूसरी जगह भी एप्लाई करना चाहिए क्योंकि डीयू में इस साल भी काफी ज्यादा लोड हो सकता है.
बता दें कि इस साल सीबीएसई बोर्ड ने वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के अनुसार 13,04,561 छात्रों का परिणाम घोषित किया है जिसमें रिकॉर्ड 99.37 प्रतिशत यानी 12,96,318 छात्र उत्तीर्ण हुए हैं. वहीं 70 हजार से अधिक छात्र यानी कुल 5.3 प्रतिशत ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक पाए हैं. वहीं 1,50,152 को 90 प्रतिशत से अधिक अंक मिले हैं. इसी तरह का रिजल्ट दूसरे राज्य बोर्डों का भी रहा है, इसलिए इस साल यूजी पाठ्यक्रमों और कॉलेज प्रवेश की कट-ऑफ सीमा बढ़ने की संभावना साफ साफ नजर आ रही है.
आपको बता दें कि डीयू की कट ऑफ 90 प्रतिशत सीबीएसई रिजल्ट पर निर्भर रहती है. सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट का कट ऑफ पर सीधा असर दिखता है. डीयू में 70 प्रतिशत तक नये स्टूडेंट्स इसी बोर्ड से दाखिला लेते हैं. ऐसे में जब रिजल्ट में 95 प्रतिशत वाले छात्र बढ़े हैं तो कहा जा सकता है कि पहली से ज्यादा दूसरी तीसरी कट आफ में भी देखने को मिलेगा. बता दें कि डीयू में एडमिशन प्रोसेस दो अगस्त यानी आज से शुरू हो रही है, इसकी पहली कट ऑफ सितंबर में घोषित की जाएगी.