Faridabad/Alive News : अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर सिंह मान ने कहा कि जल ही जीवन है। जल नहीं तो कल नही। हमें अपने और अपनी पीढियों के भविष्य के लिए आज ही जल को संरक्षण करके कल के लिए बचाना होगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए सरकार द्वारा जारी जल शक्ति अभियान के तहत यह जनजागरण की शुरुआत की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जल शक्ति अभियान की तहत होने वाली गतिविधियों में और तेजी लाकर आम जनता को जागरूक करके इसका भागीदार बनाना है। ताकि गिरते भूमि जल स्तर में सुधार किया जा सके और हमारे तथा आगे आने वाली पीढियों के बेहतर भविष्य के लिए जल संरक्षण किया जा सके। उन्होंने जल शक्ति अभियान के तहत करवाए जा रहे कार्यों के बारे में बताया कि इस अभियान के तहत मुख्यत: पांच बिंदु हैं, जिन पर कार्य किया जा रहा है। जिनमें गांव व शहरी क्षेत्रों में तालाबों के जीर्णोद्वार, पौधारोपण, पुराने कुओं की सफाई व रख-रखाव, घरों में रैनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए जागरूक करना, घरों व रसोई के प्रतिदिन के पानी के लिए सोखता गड्ढे बनवाना शामिल हैं।
एडीसी सतबीर मान ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए ग्राम सभाओं में गांव में जल संरक्षण के लिए योजना तैयार करके उन्हें ग्राम स्तर पर क्रियान्वित जा रहा है। पंचायत स्तर पर अनेक कार्य हैं, जिनके द्वारा गांव में जल संरक्षण को बढावा दिया जा रहा है। किसानों को जागरूक कर उन्हें कम पानी में उगने वाली फसलों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। किसानों को सरकार द्वारा जारी मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत टपका सिंचाई प्रणाली अपनाने पर अधिक जोर दिया जा रहा है। जल शक्ति अभियान को जिला में सफल बनाने के लिए जल संरक्षण के लिए स्वयं भी जागरूक होकर अन्य सहयोगियों को भी जागरूक करें।
जल संरक्षण करके मानव जीवन के लिए और पेड़ पौधे लगाकर सरकार द्वारा जारी शिकायतों के अनुसार जल शक्ति अभियान को बेहतर रूप दिया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि आज वीरवार को गांव बुखारपुर, मोहम्मदपुर में महिलाओं द्वारा जल शक्ति अभियान के तहत आम लोगों में जागरूकता लाने के लिए प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी के माध्यम से आमजन को जल शक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण बारे जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि जल शक्ति अभियान के तहत हमें जल का अधिक से अधिक मात्रा में संरक्षण करना है। बरसाती पानी के सदुपयोग के लिए बेहतर कार्य करें और इसको व्यर्थ नहीं जाने दें। जल का संरक्षण करना है, पेड़ पौधे लगाकर उन पौधों के लिए उपयोग में लाएं तथा पौधों का पूर्ण रूप से पालन पोषण करना भी जल संरक्षण अभियान का एक अभिन्न अंग है। इसके अलावा ड्रेनेज के माध्यम से बोर करके जल संरक्षण किया जा सकता है.
एडीसी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे भी जल शक्ति अभियान का हिस्सा बनकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। सरकार की कोई भी जन कल्याणकारी योजना आम जन भागीदारी और जागरूकता से ही सही रूप से क्रियान्वित होती है। आमजन जल शक्ति अभियान का को अपनाकर जल संरक्षण करके अपनी हिस्सेदारी करें और सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार जल शक्ति अभियान को सफल बनाएं।