New Delhi/Alive News : दिल्ली में गर्मी ने 90 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. तीन दिनों से जबरदस्त लू का प्रकोप झेल रही दिल्ली के मंगेशपुर में तापमान 45.2 डिग्री पर पहुंच गया. वहीं नजफगढ़ में 44 डिग्री और पीतमपुरा में 44.3 डिग्री रहा. मानसून सीजन में इस भयंकर गर्मी ने हाहाकार मचा रखा है. दिल्ली गर्मी से झुलस रही है. दोपहर ही नहीं, रात और सुबह में भी लू चल रही है. यही वजह है कि मौसम विभाग ने दिल्ली में हीट वेव का एलान कर दिया है. वहीं मानसून में देरी से गर्मी का कहर जारी रहने के आसार हैं.
देश की राजधानी दिल्ली में पारा लगातार 40 डिग्री के पार चढ़ा हुआ है. ये वो वक्त है जब दिल्ली में मानसून की झमाझम बरसात होनी चाहिए थी लेकिन इस समय आसमान से बारिश की बूंदे नहीं, सूरज से आग बरस रही है. सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि दिल्ली एनसीआर में दिनभर गर्म हवाओं और चिलचिलाती गर्मी से जान हलक में फंसी तो रहती ही है. रात में भी तापमान राहत नहीं दे रहा.
दिल्ली में 29 जून को रात का न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 30 जून को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 31.7 डिग्री रिकॉर्ड हुआ. यानी एक दिन में 2 डिग्री से ज्यादा का इजाफा हुआ. मौसम वैज्ञानिक भी बताते हैं कि जब न्यूनतम तापमान 30 डिग्री से ऊपर चला जाए तो रात में भी हालात बेहद गर्म और परेशान करने वाले होते हैं.
दिल्ली एनसीआर में दिन में भी पारा पिछले 5 दिनों से लगातार 40 डिग्री के ऊपर बना हुआ है.
27 जून को दिल्ली का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहा
28 जून को 1 डिग्री बढ़कर 41 डिग्री पर पहुंच गया
29 जून को और ऊपर चढ़ा पारा और 43 डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा
30 जून को तापमान बढ़कर 43.5 डिग्री सेंटीग्रेड के साथ महीने का सबसे गर्म दिन रहा.
1 जुलाई को दिल्ली के रिज इलाके में तो तापमान 43.9 डिग्री दर्ज हुआ जो जुलाई के महीने का एक रिकॉर्ड है.
दिल्ली में मौसम विभाग ने हीट वेभ की घोषणा कर दी है. ऐसे परेशान करने वाले हालात तब बनते हैं जब किसी शहर या इलाके में अधिकतम तापमान लगातार 40 डिग्री से अधिक हो. जब तापमान सामान्य से कम से कम साढ़े 4 डिग्री ज्यादा हो. राजधानी में 24 घंटे का समय चक्र पसीना बहाते बीत रहा है. बीते दो दिनों के लिए दिल्ली में मौसम विभाग ने हीट वेभ का येलो अलर्ट भी जारी किया था. बुरी खबर ये है कि अगले 4-5 दिनों के बाद ही दिल्ली में मानसून की बारिश के दर्शन की संभावना है. मतलब राहत भरे थोड़े ठंडे दिनों का इंतजार अभी लंबा चलेगा.