Alive News/ Faridabad, 18 March: नेशनल हैैण्डी कैप फाईनेस एंड डवलपमैंट कॉर्पोरेशन फरीदाबाद, मिनीस्ट्री आफ सोशल जस्टिस एंड इमपॉवरमैंट, भारत सरकार ने दिल्ली हॉजखास स्थित पी एचडी चैम्बर्स में सीनियर अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए रिस्क मैनेजमैंट पर एक दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया। जिसकी विधिवत शुरूवात चेयरमैन व सीएमडी पीसी दास सीनियर आईएएस ने की।
देश के जाने माने शिक्षाविद व मैनेजमैंट गुरू डॉ. एमपी सिंह ने बतौर मुख्य वक्ता प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि रिस्क कर्म क्षेत्र हर पल रहता हैं। इसको नैतिकता व इंसानियत से कम किया जा सकता हैं। भौतिकवाद की दुनिया में अधिकतर कर्मचारी सुख: भोगना चाहते हैं। इसलिए दवाब व प्रभाव में आकर कुछ न कुछ गलत कर बैठते हैं। और रिस्क की परवाह नहीं करते हैं।
डॉ. एमपी सिंह ने दूसरे सैशन में रिस्क के टूल्स के बारे में विस्त्रित जानकारी दी और फाईलों को मैनटेन करने के तरीके बताए क्योंकि कई बार फाईल गुम हो जाती है या फाईलों के कागज बदल जाते है और कई बार रिकार्ड को किसी बहाने से खत्म कर दिया जाता है जिसकी वजह से कर्मचारियों के लिए ज्यादा रिस्क पैदा हो जाता हैं।
तीसरे सैशन में डॉ. एमपी सिंह ने मैनमेड डिजास्टर व आगजनी घटनाओं से बचने के उपाय बताए। और चौथे सैशन में रिस्क एसैसमैंट व रिस्क ईवोल्यूसन, थैप्ट, कार्यरत अधिकारियों का सामाजिक शोषण व महिलाओं को सम्मानित तरीके से काम करने के तरीके बताए और कहा कि यदि हम सविधान को मानते है तो नियम और कानून पर को मानना और जानना चाहिए। भारत भूमि ऋषि मुनियों की भूमि है इसलिए हमें वेदपुराण, गीता, रामयण को भी जानना व मानना चाहिए जब हम न तो जानते है और न ही मानते है तो भारी रिस्क पैदा हो जाता है।
इस अवसर पर चीफ मैनेजर (पर्सनल)जीएस पवार, चीफ मैनेजर(फाईनेस) डॉ. विनीत राणा, चीफ मैनेजर (एकाउंट) अनिल कुमार, हिन्दी भाषा अधिकारी, आरटीआई अधिकारी, सचिव, लेखाकर व प्रशासतक मौजूद थे।