Faridabad/ Alive News: नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री व उप महासचिव सुनील कुमार चिण्डालिया ने कहा कि एशिया के सबसे अमीर नगर निगम फरीदाबाद को राजनेताओं और अधिकारियों ने सेामनाथ का मंदिर समझकर दोनों हाथों से लूटा। सैकड़ों करोड़ों के घोटालों का हो रहा है। पर्दाफाश घोटालों में लिप्त एक भी बड़े अधिकारी को सजा नहीं मिली है।
कंगाल नगर निगम के कर्मचारी वेतन के लिए संघर्ष करने को मजबूर है। निगम आयुक्त से बकाया प्रॉपर्टी टैक्सए पानीए सीवरए हाऊस टैक्स की वसूली के लिए बिल वितरण करवाने की मांग करते हुए सरकार से अपील की है कि सरकार नगर निगम फरीदाबाद को आर्थिक तंगी से उभारने के लिए 100 करोड़ की अनुदान राशि जारी करें।
आज दूसरे दिन भी नगर निगम के सभी विभागों के लगभग पांच हजार कर्मचारी वेतन, पेंशन, गेंहू ऋण देने व अन्य मांगों लेकर टूल डाऊन हड़ताल पर रहे। टूल डाऊन हड़ताल से सफाई, सीवर, मेंटीनेंस, बागवानी सहित तीनों कार्यालयों में कामकाज ठप्प रहा।
आज के प्रदर्शन की अध्यक्षता संयुक्त रूप से नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर व नगर निगम ईम्पलाईज फेडरेशन के अध्यक्ष रमेश जागलान ने की तथा मंच का संचालन सफाई कर्मचारी यूनियन के सचिव सोमपाल झिझोटिया ने किया।
आन्दोलनकारी कर्मचारियों के समर्थन में आज नगर निगम से सेवानिवृत क्षेत्रीय अधिकारी एवं नगर पालिका कर्मचारी संघ के पूर्व महासचिव रतनलाल रोहिल्ला, हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के नेता रविन्द्र नागर व अन्य कई यूनियनों व संस्थाओं के नेताओं ने अपनी यूनियन व संस्थाओं की ओर से समर्थन किया।
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान गुरचरण खाण्डिया, सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर, फेडरेशन के वरिष्ठ उपप्रधान शाहबीर ने कहा कि नगर निगम के कर्मचारी कई बार निगमायुक्त से मिलकर वेतन भुगतान करने व अन्य मांगों का समाधान करने की अपील कर चुके है, लेकिन निगमायुक्त ने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान व अन्य मांगों का समाधान नहीं कियाए इसलिए कर्मचारियों ने मजबूरन टूल डाऊन हड़ताल करने का कदम उठाया है। यदि टूल डाऊन से शहर की जनता को परेशानी हुई तो इसकी जिम्मेदारी निगमायुक्त की होगी।
आज के प्रदर्शन में अन्य के अलावा नगरपालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा के केन्द्रीय कमेटी के सदस्य व सीवरमैन यूनियन के प्रधान सुभाष फेटमार, कमला, नानकचंद खैरालिया, रोहताश, जीतराम, परशराम अधाना, वेद भड़ाना, दर्शन सोया, मुकेश बेनीवाल, बल्लू चिंडालिया, दीपक तमोली, महेन्दर पाल, नरेश बैंसला, रमेश पहलवान, श्रीनंद ढकोलिया, जितेन्द्र छाबड़ा, गुलाब चिण्डालिया, रविन्द्र टांक, विजय चावला, नरेश भगवाना, रणजीत चिण्डालिया, मुकेश सन्नूराम, महिला सलोचना, शकुन्तला, सत्तो, वीना, माईचंद जंघालिया, धर्मवीर सरदार, संजय चिण्डालिया आदि ने सम्बोधित किया।