November 18, 2024

पंचायती राज दिवस के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रर्दशन करने वाले ग्राम पंचायतों को किया सम्मानित

Faridabad/Alive News : पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार हेतु ग्राम पंचायत के उत्कृष्ट प्रयासों के लिए फरीदाबाद के गांव नरियाला को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया। इस दौरान जिला की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्बंधित लोगो को सम्मानित करते हुए बधाई दी।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री पंचायती राज नरेंद्र सिंह तोमर के करकमलों से आज पंचायती राज दिवस के अवसर पर देश भर की ग्राम पंचायतों को जिला प्रशासन के माध्यम से कई अन्य पुरुस्कार भी दिए गए। आज पंचायती राज दिवस का वर्चुअल माध्यम से आयोजन किया गया। जिसमें पंचायती राज मंत्रालय देश भर में पंचायतों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। विजेता पंचायतों को दी जाने वाली पुरस्कार राशि पहली बार प्रधानमंत्री के एक क्लिक से (अनुदान स्वरूप) पंचायतों के खातों में रियल टाइम में हस्तांतरित की गयी और इस दौरान प्रधानमंत्री द्वारा स्वामित्व योजना राष्ट्र को समर्पित की गयी।

प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अंतर्गत 5002 गांवों के लगभग 4,09,945 संपत्ति मालिकों को वर्चुअल माध्यम से संपत्ति कार्ड (संपत्ति पत्रक) वितरित किए गए। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के चलते देश में अप्रत्याशित स्थिति के बीच 24 अप्रैल (शनिवार) 2021 को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का वर्चुअल माध्यम से आयोजन करने का फैसला किया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का आयोजन भव्य स्वरूप में किया जाता रहा है, और कई अवसरों पर स्वयं प्रधानमंत्री इन आयोजनों में उपस्थित होते रहे हैं।

आज ही के दिन 24 अप्रैल, 1993 को देश में सत्ता के विकेंद्रीकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम था। तब सत्ता को जमीनी स्तर तक पहुंचाया गया। पंचायती राज व्यवस्था को संस्थागत स्वरूप दिया गया और इसके लिए संविधान में 73वां संशोधन किया गया और इसी दिन से यह प्रभाव में आया। पंचायती राज मंत्रालय प्रत्येक वर्ष 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाता है। क्योंकि इसी दिन संविधान में 73वें संशोधन के द्वारा पंचायती राज व्यवस्था अस्तित्व में आई थी। यह आयोजन देश के अलग-अलग हिस्सों से पंचायत प्रतिनिधियों से सीधे बात करने और उनकी उपलब्धियों को सम्मान देने, उन्हें आगे के लिए और सशक्त बनाने एवं प्रेरित करने का अवसर प्रदान करता है।

इस वर्ष विभिन्न चुनौतियां और विषम स्थितियों के बीच भी देश की कई पंचायतों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इसके लिए पंचायतों को पुरस्कृत किया गया और अनुदान के रूप में उन्हें पुरस्कार राशि, जो 5 लाख रुपये से लेकर 50 लाख रुपये के बीच विजेता पंचायत को सीधे उसके बैंक खाते में प्रधानमंत्री के एक क्लिक के द्वारा पहुंचआई गई। ऐसा पहली बार हुआ है जब आयोजन के समय ही पुरस्कृत राशि पंचायतों के खाते में सीधे भेजी गई।

राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2021 में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार के लिए पंचायतों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चयनित किया गया है, जिसमें दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार (224 पंचायतों को दिया गया है), नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार (30 ग्राम पंचायतों को), ग्राम पंचायत विकास योजना (29 ग्राम पंचायतों को), बाल सुलभ ग्राम पंचायत पुरस्कार (30 ग्राम पंचायतों को) और ई-पंचायत पुरस्कार (12 राज्यों को) दिए गए। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार देश की पंचायतों की उपलब्धियों को देश भर में साझा करने का एक मंच बन गया है। जिससे संबंधित पक्ष न सिर्फ अपनी जवाबदेही और प्रतिबद्धता के स्तर को बढ़ाने को लेकर प्रेरित होते हैं बल्कि इसके परिणामस्वरूप राष्ट्र लाभान्वित होता है।

ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्यों के अंतर्गत उन्नत प्रौद्योगिकी से ग्रामीण क्षेत्रों का सर्वेक्षण और मैपिंग कराने की एक विशिष्ट योजना “स्वामित्व” का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 24 अप्रैल, 2020 को किया गया था। वर्ष 2020-21 के दौरान इसकी पायलट परियोजना महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश तथा पंजाब और राजस्थान के कुछ सीमावर्ती गांवों में संचालित की गयी।