Hisar/Alive News : हरियाणा शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं को नकल रहित बनाने को लेकर एक तरफ जिला प्रशासन ने सख्त निर्देश दिए हुए हैं। वहीं, सुशीला भवन के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के सुपरिंटेंडेंट नकलचियों पर मेहरबान दिखे। बृहस्पतिवार को इस सेंटर में काफी अनियमिताएं दिखने को मिलीं।
हद तो इस बात की हो गई कि एग्जाम शुरू होने के 15 मिनट बीतने के बाद ड्यूटी दे रहे टीचर ने दूसरे की जगह परीक्षा देते एक युवक को पकड़ लिया। मामला सुपरिंटेंडेंट तक पहुंचा, लेकिन सुपरिंटेंडेंट ने दरियादिली दिखाते हुए उस युवक को छोड़ दिया। सुपरिंटेंडेंट ने युवक से कोई पूछताछ नहीं की और न ही पुलिस को सूचित किया।
दरियादिली दिखाते हुए युवक को जाने दिया। इतना ही नहीं, इस परीक्षा केंद्र में काफी अनियमिताएं भी देखने को मिली। एग्जाम शुरू होने से पूर्व इस सेंटर के मेन गेट पर एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं था, जिस कारण सेंटर के अंदर युवक इच्छानुसार आते और जाते दिखाई दिए। युवक मेन गेट से बिना रोक टोक सेंटर के अंदर प्रवेश करते रहे। यह नजारा दोपहर साढ़े 12 बजे से लेकर शाम चार बजे तक रहा। लेकिन इस दौरान सुपरिंटेंडेंट ने कोई भी कदम उठाना उचित नहीं समझा। इन घटनाओं से पता लगता है कि डीसी के आदेशों की परीक्षा केंद्र में बैठे सुपरिंटेंडेंट कितनी परवाह करते हैं।
सुशीला भवन स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में परीक्षा शुरू होने से पहले ही अनियमिताएं दिखीं। साढ़े 11 बजे के बाद परीक्षार्थियों ने मेन गेट से प्रवेश करना शुरू कर दिया। लेकिन उस दौरान मेन गेट पर एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं था, जिस कारण परीक्षार्थियों के अलावा कई युवक भी सेंटर के अंदर प्रवेश करते रहे। एग्जाम के दौरान स्कूल का पूरा स्टाफ गप्पे मारने में मशगूल रहा।
बरामदों में बैठकर दे रहे परीक्षा
मॉडल टाउन स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कमरों की कमी के कारण परीक्षार्थियों को बरामदों में बैठकर परीक्षा देने पड़ी। क्योंकि इस परीक्षा केंद्र में 312 परीक्षार्थियों को परीक्षा देने की इजाजत है, जिसके लिए सिर्फ 13 कमरें अलॉट किए हैं, जिस कारण परीक्षार्थियों को बरामदों में बैठने की मजबूर होना पड़ रहा है। इसी प्रकार, डीसी की फटकार के बाद बृहस्पतिवार को फव्वारा चौक स्थित जाट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में परीक्षार्थियों के लिए बेहतर व्यवस्था देखने को मिली, लेकिन एग्जाम शुरू होने से पूर्व यहां मेन गेट पर कोई कर्मचारी नहीं मिला, जिस कारण सुपरिंटेंडेंट अपनी ड्यूटी छोड़ मेन गेट पर जा खड़े हुए और पहचान पत्र जांचने लगे। मगर ड्यूटी से कर्मचारी नदारद दिखाई दिए।