December 23, 2024

अब 4% बढ़ा टैक्स का बोझ

New Delhi/Alive News : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट पेश किया. इसमें सेस के रूप में तीन प्रतिशत टैक्स और बढ़ा दिया गया है. अभी तक सिर्फ कृषि सेस लगता था जो 1% था. लेकिन 2018 के बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ऐलान किया कि अब सेस के रूप में तीन प्रतिशत टैक्स और देना होगा. इसमें से दो प्रतिशत शिक्षा और 1% सीनियर सेकेंडरी एजुकेशन सेस के रूप में होगा. इस प्रकार अब लोगों पर टैक्स के रूप में 3% का अतिरिक्त बोझ डाल दिया गया है.

नए टैक्स स्लैब के हर वर्ग में सेस के चलते आयकर भी बढ़ जाएगा. नए टैक्स स्लैब में उच्च आय वर्ग (15 लाख आय) वालों को 2625 रुपए ज्यादा टैक्स होगा. इसी प्रकार मध्यम आय वर्ग (5 से 10 लाख आय) में टैक्स 1125 रुपये ज्यादा देना होगा. निम्न आय वर्ग (2.5 से 5 लाख आय) वालों को 125 रुपये अधिक देने होंगे. 50 लाख से एक करोड़ तक की आय पर 10 प्रतिशत सरचार्ज के रूप में चुकाना होगा. वहीं एक करोड़ से अधिक की आय होने पर 15 फीसदी सरचार्ज के रूप में देना होगा.

आइए जानते हैं नए टैक्स स्लैब में 3% सेस बढ़ने से किस आय वर्ग में कितने रुपए का बोझ बढ़ेगा…

60 वर्ष से कम आयु वाली श्रेणी में

– 2,50,000 तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा.

– ढाई से 5,00,000 रुपए तक की आय पर 5% टैक्स के अलावा 4% सेस का अलग टैक्स लगेगा. इस स्लैब में 13000 रुपए टैक्स बनता है. वहीं सेस के चलते 125 रुपए अतिरिक्त देना होगा.

– पांच से 10 लाख तक की आय पर 12,500 टैक्स बनेगा. पांच लाख से ऊपर की आय पर 20% टैक्स के अलावा 4% सेस के रूप में भी टैक्स लगाया जाएगा. इस स्लैब में टैक्स की कुल देनदारी एक लाख 17 हजार रुपए होगी. सेस के चलते इसमें 1125 रुपए अतिरिक्त देना होगा.

– दस लाख से ज्यादा आय वर्ग वालों को 1,12,500 रुपए टैक्स के अलावा दस लाख से अधिक आय पर 30 प्रतिशत टैक्स भी देना होगा. इसके अलावा 4% अतिरिक्त सेस. इस प्रकार इस टैक्स स्लैब में कुल टैक्स दो लाख 73 हजार रुपए होगी. इसमें सेस के चलते 2625 रुपए का बोझ बढ़ेगा.