November 15, 2024

40वीं बार ‘मन की बात’ के जरिए देश की जनता से PM ने किया संवाद

New Delhi/Alive News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को 40वीं बार रेडियो के जरिए ‘मन की बात’ जरिए देश की जनता से संवाद किया. पीएम मोदी इस कार्यक्रम के लिए जनता से सुझाव भी मांगते हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही गणतंत्र दिवस का जिक्र किया उन्होंने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार। 2018 की यह पहली ‘#MannKiBaat ’ है और दो दिन पूर्व ही हमने गणतन्त्र पर्व को बहुत ही उत्साह के साथ और इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि 10 देशों के मुखिया इस समारोह में उपस्थित रहे.

पीएम मोदी ने प्रकाश त्रिपाठी द्वारा लिखी गई चिट्ठी का जिक्र करते हुए कहा कि 1 फरवरी को कल्पना चावला की पुण्यतिथि है. आज हम #BetiBachaoBetiPadhao की बात करते हैं लेकिन सदियों पहले हमारे शास्त्रों में, स्कन्द-पुराण में कहा गया है. एक बेटी दस बेटों के बराबर है. दस बेटों से जितना पुण्य मिलेगा एक बेटी से उतना ही पुण्य मिलेगा. पीएम मोदी ने प्रकाश त्रिपाठी की चिट्ठी का जिक्र करते हुए आगे कहा कि नारी शक्ति हमेशा हमें प्रेरित करती आई है. आज नारी हर क्षेत्र में ना सिर्फ आगे बढ़ रही है. बल्कि हमें प्रेरित भी कर रही है.

तीन बहादुर महिलाएं भावना कंठ, मोहना सिंह और अवनी चतुर्वेदी Fighter Pilots बनी हैं और सुखोई 30 में प्रशिक्षण ले रही हैं. हर क्षेत्र में ‘First Ladies ’- हमारी नारी-शक्तियों ने समाज की रूढ़िवादिता को तोड़ते हुए असाधारण उपलब्धियां हासिल की, एक कीर्तिमान स्थापित किया. पिछले दिनों राष्ट्रपति जी ने एक नई पहल की है. राष्ट्रपति जी ने उन महिलाओं से मुलाकात की जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में पहल करने का काम किया है. जैसे पहली पहली मर्चेंट नेवी कैप्टन, पहली पैसेंजर ट्रेन ड्राइवर, पहली फायर फाइटर और पहली महिला बस ड्राइवर के अलावा अंटार्कटिका और माउंट एवरेस्ट पर जाने वाली पहली महिला शामिल थी.

पीएम मोदी ने कहा कि मुंबई का #माटुंगा_स्टेशन भारत का ऐसा पहला स्टेशन है जहां सारी महिला कर्मचारी हैं. छत्तीसगढ़ का दंतेवाड़ा इलाक़ा, जो माओवाद-प्रभावित क्षेत्र है. हिंसा, अत्याचार, बम, बन्दूक, पिस्तौल- माओवादियों ने इसी का एक भयानक वातावरण पैदा किया हुआ है. ऐसे ख़तरनाक इलाक़े में आदिवासी महिलाएं, ईरिक्शा चला कर आत्मनिर्भर बन रही हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि हम बार-बार सुनते आये हैं कि लोग कहते हैं – ‘कुछ बात है ऐसी कि हस्ती मिटती नहीं हमारी. वो बात क्या है, वो बात है, Flexibility – लचीलापन, उन्होंने कहा कि सामाजिक कुप्रथाओं के खिलाफ हमारे देश में लगातार प्रयास होते रहे है. पीएम मोदी ने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार की जनता ने दहेज और बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ बड़ी पहल की है.

पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के पीछे उद्देश्य है- Health Care को affordable बनाना. जन-औषधि केन्द्रों पर मिलने वाली दवाएं बाज़ार में बिकने वाली दवाइयों से लगभग 50-90% तक सस्ती हैं. सस्ती दवाइयां प्रधानमंत्री भारतीय जन-औषधि केन्द्रों,अस्पतालों के ‘अमृत stores’ पर उपलब्ध हैं.

पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान के बारे में जन भागीदारी पर कहा कि ‘मुझे पता चला कि अकोला के नागरिकों ने ‘#स्वच्छभारतअभियान’ के तहत मोरना नदी को साफ़ करने के लिए स्वच्छता अभियान का आयोजन किया था’ ‘Mission Clean Morna’ के इस नेक कार्य में अकोला के छह हज़ार से अधिक नागरिकों, सौ से अधिक NGOs , Colleges, Students, बच्चे, बुजुर्ग, माताएं-बहनें हर किसी ने इसमें भाग लिया.

पद्म पुरस्कारों की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है जिससे चयन में पारदर्शिता आ गई है. आपको भी एहसास होगा कि सामान्य लोगों को पद्म पुरस्कार दिया जा रहा है. आपने सुना होगा श्रीमान अरविंद गुप्ता के बारे में. आईआईटी कानपुर के छात्र रहे अरविंद गुप्ता कचरे से बच्चों के लिए खिलौने बना रहे है. इसके लिए वह देश के 3 हजार स्कूलों में जाकर 18 भाषाओं में फिल्म दिखा रहे है. कर्नाटक कि सितवा जोदात्ति ने स्वयं को देवदासी के रूप में समर्पित कर दिया था.

आपने नाम सुना होगा मध्य प्रदेश के भज्जूश्याम के बारे में, वे जीवन यापन के लिए सामान्य नौकरी करते थे लेकिन उनको पारम्परिक आदिवासी painting बनाने का शौक था।आज इसी शौक की वजह से इनका भारत ही नहीं, पूरे विश्व में सम्मान है. पश्चिम बंगाल की 75 वर्षीय सुभासिनी मिस्त्री को भी पद्म पुरस्कार के लिए चुना गया. सुभासिनी मिस्त्री एक ऐसी महिला हैं, जिन्होंने अस्पताल बनाने के लिए दूसरों के घरों में बर्तन मांजे, सब्जी बेची. मैं देशवासियों को कहूंगा कि जो लोग देश और समाज के लिए कुछ ऐसा करते हैं जो प्रेरणादायक हो उनके अनुभवों को हमें सुनना चाहिए. हर वर्ष 9 जनवरी को हम प्रवासी भारतीय दिवस मनाते है. इसी दिन महात्मा गांधी साउथ अफ्रीका से भारत लौटे थे. इस दिन हम भारत और विश्व भर में रह रहे भारतीयों के बीच,अटूट-बंधन का जश्न मनाते हैं. इस वर्ष हमने एक कार्यक्रम आयोजित किया था. इस बार मुझे यूरोपीय संघ ने एक कैलेंडर भेजा है जिसमें उन्होनें यूरोप के विभिन्न देशों में रह रहे भारतीयों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदानों को दर्शाया है. यानी जहां भी हमारे लोग हैं, उन्होंने वहाँ की धरती को किसी न किसी तरीके से सुसज्जित किया है.जनवरी के आखिरी रविवार को रेडियो पर ‘मन की बात’ करेंगे. रेडियो पर अपने मासिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री देशवासियों से अपने विचार साझा करेंगे. आज इस कार्यक्रम की 40वीं कड़ी होगी. इस साल का उनका यह पहला कार्यक्रम होगा.’मन की बात’ की बात में बोले पीएम- अब बिना ‘महरम’ के हज पर जा सकती हैं मुस्लिम महिलाएंइस कार्यक्रम में लोग अपने विचार भी साझा करते हैं. देशभर से बच्चे तथा अन्य लोग अपने विचार प्रधानमंत्री को भेजते हैं. चुने हुए कुछ विचारों को इस कार्यक्रम में शामिल किए जाते हैं. प्रधानमंत्री सीधा लोगों से संवाद स्थापित करते हैं.