Mumbai/Alive News : नासिक के चांदवड़ में हथियारों का जखीरा पकड़ा गया जिसे मुंबई में दहशत फैलाने के लिए लाया गया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक हथियारों के साथ पकड़ा गया आरोपी सुक्का पाशा मुंबई में नई अंडरवर्ल्ड कंपनी बनाने का मंसूबा था. सुक्का पाशा उर्फ़ अकबर बादशाह को हथियारों के साथ फोटो खिंचाने का शौक था. इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद हैं.
एक चैनल के अनुसार सुक्का पाशा मुंबई के शिवडी का रहने वाला है और पता चला है कि इन हथियारों के बल पर दहशत फैलाकर मुंबई का भाई बनना चाहता था लेकिन मुंबई पहुंचने के पहले ही नासिक के चांदवड में धर लिया गया. सूत्रों के मुताबिक पाशा का मानना है कि छोटा राजन के पकड़े जाने और दाऊद इब्राहिम की बीमारी और मौत की खबरों की वजह से मुंबई में वह आसानी से अंडरवर्ल्ड पर कब्ज़ा कर सकता है.
नासिक में 14 दिसंबर की रात 22 राइफल, 17 रिवाल्वर, 2 विदेशी पिस्तौल और 4142 जिंदा कारतूस बरामद हुआ था. नासिक के चांदवड़ में एक जीप से घातक हथियारों का ये जखीरा बरामद हुआ था. इसके लिये बोलेरो जीप में खास तरह की कमिटी बनाई गई थी. मौके से पुलिस ने सुक्का पाशा सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस को पाशा की जीप से हथियारों के साथ तकरीबन 50 ऐसे कफ सिरप की बोतलें मिली हैं जो नशे के लिए इस्तेमाल होती है. पाशा खुद भी इतने नशे में था कि उसका नशा उतरने में ही डेढ़ दिन लग गए.
शिवड़ी में रहने वाले सुक्का पाशा के बारे मे बताया जाता है कि उसे हथियार रखने और उसके साथ फोटो खिंचाने का बड़ा शौक है. मूलतः पाकिस्तान का रहने वाला परिवार बंटवारे के दौरान हिंदुस्तान में बस गया. पिता का ब्याज पर पैसा देने का बड़ा कारोबार है और शिवड़ी में हॉटेल और प्रोपेर्टी भी है लेकिन सुका पर तो भाई बनने का भूत सवार है. इसी वजह से उस पर 30 से भी अधिक आपराधिक मामले में भी दर्ज हैं. साल 2012 में भी पाशा अपने पिता के साथ घातक हथियारों के साथ मुंबई पकड़ा गया था तब उनके पास से एके 47 के साथ फोटो भी मिले थे जो पाकिस्तान में खींचे गए थे. अभी हाल ही में सुक्का जयपुर में भी पकड़ा गया था. वहां से छूटने के बाद ही उसने उत्तर प्रदेश के बांदा में पंजाब मेसर्स दुकान से बंदूकों की चोरी को अंजाम दिया और हथियारों से भरा जखीरा जीप में भरकर मुंबई ला रहा था. इस बीच पता चला है कि हथियारों की तस्करी के लिए इस्तेमाल जीप भी मुंबई के अम्बोली से चुराई गई थी.
मुंबई में मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच जीप में कैविटी बनाने वाले 2 लोगों की पहचान कर चुकी है और उनसे भी पूछताछ जारी है. मामले में अम्बोली पुलिस के तीन अफसर भी कटघरे में हैं जिन्होंने 5 दिसंबर को जीप चोरी होने के बाद शिकायत दर्ज करने में टालमटोल की थी. मुंबई पुलिस के प्रवक्ता दीपक देवराज के मुताबिक मामले में पुलिस की लापरवाही के जांच के आदेश दिए जा चुके हैं और जाने के डीसीपी ने जांच रिपोर्ट भी मुंबई पुलिस आयुक्त को सौंप दी है.