May 11, 2024

उत्तराखंड के छोलियां लोक नृत्य पर जमकर नाचे पर्यटक

Kurukshetra, (Rakesh Sharma): उत्तराखंड के लोक कलाकारों ने छोलियां लोक नृत्य प्रस्तुत कर पर्यटकों को अपने मोहपाश में बांधने का काम किया। इस अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में आने वाले पर्यटक मस्ती के साथ झुमते नजर आए। इस छोलियां लोक नृत्य के अलावा पंजाब के गिद्दे और हिमाचल प्रदेश के कुल्लू नाटी के कलाकारों ने भी अपने-अपने प्रदेश के लोकनृत्य प्रस्तुत कर क्राफ्ट और सरस मेले में खरीददारी करने वाले पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर लिया। महोत्सव के क्राफट और सरस मेले में तीसरे दिन रविवार को कुरुक्षेत्र व आसपास के शहरों से पर्यटकों और श्रृद्धालुओं का आवागमन शुरु हो गया हैं।

क्राफ्ट व सरस मेले के तीसरे दिन पर्यटकों ने मेले में जमकर खरीददारी की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। सबसे पहले उत्तराखंड से आए कलाकारों ने प्रसिद्ध लोक नृत्य की प्रस्तुती देने के लिए जैसे ही मंच पर पहुंचे और अपने वाद्य यंत्रो पर थाप लगाई तो पर्यटक एकाएक इस घाट के सामने एकत्रित हो गए और पर्यटकों के हुजूम को देखकर कलाकारों ने भी पूरे उत्साह और जोश के साथ छोलियां लोक नृत्य की प्रस्तुती दी। करीब आधा घंटा इस लोक नृत्य ने पर्यटकों का खूब मनोरंजन किया। इस प्रस्तुती के साथ ही पंजाब के गिद्दे और हिमाचल प्रदेश के कुल्लू नाटी के लोक कलाकारों ने भी पर्यटकों को अपनी कला के मोहपाश में बांध कर रखा। उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला की तरफ से कुरुक्षेत्र उत्सव में पहुंचे इन कलाकारों ने सुबह और सायं के समय खूब रंग जमाया।

महोत्सव के तीसरे दिन हरियाणा के बम्ब रसिया, राजस्थान के बाजीगरों और बहरुपियों ने भी पर्यटकों का खुब मनोरंजन किया। एनजेडसीसी के अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, राधेश्याम, राजेश बस्सी आदि ने बताया कि इस उत्सव में 3 दिसम्बर तक अलग-अलग चरणों में करीब 11 से ज्यादा प्रदेशों के 300 से ज्यादा लोक कलाकार पर्यटकों का मनोरंजन करेंगे। उन्होंने कहा कि ये कलाकार ज्योतिसर पिहोवा और जींद के पांडु पिंडारा में भी प्रस्तुती देंगे। उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि महोत्सव में पर्यटकों और श्रृद्धालुओं के मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों को एनजेडसीसी के माध्यम से आमंत्रित किया गया हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुती दे रहे हैं।