Faridabad/Alive News : हरियाणा की सबसे बड़ी नगर निगम फरीदाबाद में टैक्स रिकवरी को लेकर पिछले कुछ महीनों में विशेष ध्यान दिया गया है जिसके फलस्वरूप वर्ष 2016-17 में पिछले वर्ष की तुलना में कई गुना टैक्स रिकवरी हुई है जिससे निगम के राजस्व में बहुत बढ़ोतरी हुई है। फरीदाबाद नगर निगम क्षेत्र में इस समय 2 लाख 46 हजार संपत्ति कर यूनिट है जो कि आबादी के लिहाज से काफी कम है। सर्वे होने के उपरान्त इनकी सं ख्या में बढ़ोत्तरी होने से निगम के राजस्व में बढ़ोत्तरी की संभावना है। गौरतलब है कि निगम द्वारा 31 मार्च 2017 तक 11426.35 लाख रूपए का राजस्व वसूल किया है जोकि पिछले दस वर्षो में सबसे अधिक है ।
इसके अतिरिक्त वर्ष 2010-11 में लगभग 7229.90 लाख, वर्ष 2011-12 में 8970.92 लाख, वर्ष 2012-13 में 6716.64 लाख, वर्ष 2013-14 में 9848.70 लाख, वर्ष 14-15 में 5848.16 लाख, वर्ष 2015-2016 में 8274.92 लाख रूपए निगम ने विभिन्न मदों से कर वसूल किया था। नगर निगम फरीदाबाद द्वारा वर्ष 2016-17 में लगभग 7357 लाख रूपए केवल प्रोपर्टी टैक्स के रूप में वसूल किया है जबकि वर्ष 2015-16 में प्रोपर्टी टैक्स की रिकवरी लगभग 4262 लाख रूपए थी। इस प्रकार पिछले वर्ष के मुकाबले में निगम द्वारा इस वर्ष लगभग 3100 लाख रूपये अधिक प्राप्त किये।
इसके साथ-साथ स पति कर के रिर्काड को कम्पयूटराईज्ड करने पर भी इस अवधि के दौरान विशेष ध्यान दिया गया। निगमायुक्त द्वारा बताया गया है कि निगम शीघ्र ही फरीदाबादवासियों को ऑनलाईन कर भुगतान की सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है इसलिए टैक्सेशन शाखा के रिकार्ड को कपयूटराईजेशन करवाया जा रहा है। निगमायुक्त द्वारा ब्याज माफी छूट योजना के लिए राज्य सरकार का धन्यवाद देते हुए बताया कि अब निगम बकायादारों पर नियमानुसार स त कार्यवाही करेगा। इस संबंध में टैक्सेशन विभाग के तीनों जोनों के क्षेत्रीय एवं कराधान विभाग के अधिकारियों को आदेश दे दिए गए है।
निगमायुक्त सोनल गोयल ने बताया कि निगम के राजस्व में बढ़ोत्तरी हेतू 31 मार्च तक हरियाणा सरकार ने ब्याज माफी की योजना की छूट शहरवासियों को दी थी, इस छूट योजना के द्वारा अधिक से अधिक राजस्व प्राप्त करने के लिए भरसक प्रयास किए गए।
निगम द्वारा शहर के सभी प्रमुख सार्वजनिक स्थानों व कार्यालयों पर बड़े बड़े होर्डिंग्स लगाकर नगर निगम के तीनों जोनों एनआईटी, ओल्ड फरीदाबाद व बल्लबगढ़ में ऑटो रिक्शा के माध्यम से मुनादी करवाकर, निगम की बेवसाइड, फेसबुक, केबल टी.वी., समाचार पत्रों के माध्यम से इस स्कीम का ब्यापक प्रचार पसार किया गया।