Faridabad/Alive News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 56वें प्रांत अधिवेशन के ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित “शहीद राजा नाहर सिंह पर आधारित प्रदर्शनी” की तैयारियां पूरे जोश और उत्साह के साथ जारी हैं। स्वयंसेवक इस प्रदर्शनी को भव्य एवं प्रेरणादायक बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, ताकि स्वतंत्रता संग्राम के इस महानायक की गाथा जन-जन तक पहुंच सके।
जे.सी.बोस विश्वविद्यालय के प्रांगण में आयोजित एबीवीपी के 56वें प्रांत अधिवेशन का केंद्र बिंदु रहने वाली ‘विशेष प्रदर्शनी’ में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के अमर वीर राजा नाहर सिंह के जीवन और बलिदान को दर्शाने के लिए एक चित्र प्रदर्शनी और संत महाकवि सूरदास की पारंपरिक कुटिया तैयार की जा रही है, जो उनके युग की ग्रामीण जीवनशैली को सजीव रूप में प्रस्तुत करेगी। कुटिया के समीप स्थित एक विशाल एवं प्राचीन वृक्ष के चारों ओर गाय के गोबर से पारंपरिक लिपाई-पुताई की जा रही है, जिससे प्रदर्शनी को एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अनुभूति दी जा सके।
स्वयंसेवकों का समर्पण एवं जोश अद्वितीय!
प्रदर्शनी स्थल पर विभिन्न स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालयों से सैंकड़ो विद्यार्थी और युवा कार्यकर्ता पूरी तन्मयता एवं जोश के साथ जुटे हुए हैं, जो इस अधिवेशन को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिन-रात प्रयासरत हैं। प्रदर्शनी का उद्देश्य केवल इतिहास को दर्शाना ही नहीं, अपितु राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करना और युवाओं को प्रेरित करना भी है।
उद्घाटन समारोह 14 फरवरी 2025 को प्रातः 11:00 बजे होगा, जिसमें विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में इस प्रेरणादायक प्रदर्शनी का शुभारंभ किया जाएगा। सभी नागरिकों, युवाओं और विद्यार्थियों को आमंत्रित किया जाता है कि वे इस गौरवशाली आयोजन का हिस्सा बनें और स्वतंत्रता संग्राम के नायक राजा नाहर सिंह के बलिदान को आत्मसात करें