Faridabad/Alive News: वीरवार को रैफरमुक्त फरीदाबाद धरने को 24 दिन पूरे हो गये। 24वें दिन धरने की सांकेतिक भूख हड़ताल का मोर्चा वरिष्ट समाज सेवी संजय पाल ने संभाला। फरीदाबाद में पहला आंदोलन है जिसमें आम आदमी से लेकर खास आदमी तक आंदोलन का हिस्सा बन रहे हैं। यह बात भी अपने आप में एक ऐतिहासिक बात है और उन जन नेताओं के लिए प्रेरणा भी है जो इस मुहिम में शामिल होने की बजाय अपने घरों में बैठे हैं।
आज समाज सेवी संजय पाल ने भूख हड़ताल के दौरान कहा कि फरीदाबाद में स्वास्थ्य सुविधाओं की बद से बदत्तर हालत को सरकार जल्द बदले ताकि फरीदाबाद मंडल के लोगों को अच्छी और सस्ती दर स्वास्थ्य सेवाए मिल सके। सरकार फरीदाबाद मंडल को जल्द ट्रामा सेन्टर देकर सरकारी अस्पतालों में दवाइयों और डॉक्टर्स की कमी को पूरा करे। जिस से आम जनता को अच्छी और सस्ती दर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके। जो लोग आज प्राइवेट अस्पताल में भारी भरकम बिल भरने के लिए मजबूर है, उन्हें फरीदाबाद के सरकारी अस्पतालों में बिना रैफर किये स्वास्थ्य सुविधा मिले।
धरने के मुख्य सहयोगी बाबा रामकेवल ने कहा कि जब तक अटल बिहारी मेडिकल कॉलेज को ट्रॉमा सेंटर और फरीदाबाद के सरकारी अस्पताल को रैफरमुक्त की मांग को पूरा नही किया जाएगा तब तक भूख हड़ताल और धरना चलेगा।
आज आंदोलन के एक प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल को मांग पत्र सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ समाजसेवी सरदार उपकार सिंह, समाजसेवी अवधेश कुमार ओझा, समाजसेवी एडवोकेट एन पी बघेल, समाजसेवी सचिन तंवर, समाजसेवी एडवोकेट आकाश नागर
शामिल रहे।
आज धरना स्थल पर पहुंचकर धरने को समर्थन वरिष्ठ पत्रकार सतीश कुमार, आरटीआई एक्टिवस्ट एवं समाज सेवी हरीश भाटिया, समाजसेवी प्रीतपाल, राजेश शर्मा, संजय अरोड़ा, समाजसेवी राकेश अरोड़ा, सतिंदर शर्मा, यशवंत मौर्या, मनोज कोहली, उमेश कुंडू, रोड सेफ्टी संस्था के अध्यक्ष सरदार देविंदर सिंह, आरटीआई एक्टिवस्ट अजय सैनी ने दिया।