Health/Alive News: किडनी भले ही हमारे शरीर में एक छोटा सा अंग है पर इसके कार्य बहुत महत्वपूर्ण हैं। रक्त को फिल्टर करके साफ करने, शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के अलावा किडनी द्रव के संतुलन को ठीक बनाए रखने के लिए भी आवश्यक है। मसलन इस अंग की सेहत पर हमारे पूरे शरीर की सेहत निर्भर करती है।
किडनी में होने वाली किसी भी बीमारी का असर संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाला हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि आहार और लाइफस्टाइल को ठीक रखकर किडनी को स्वस्थ रखने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएं।किडनी वैसे तो खुद से ही अपनी साफ-सफाई कर लेती है, पर कुछ बातों का ध्यान रखकर, दिनचर्या में कुछ आदतों को शामिल करके किडनी को डिटॉक्स करने और विषाक्तता को दूर करने में मदद मिल सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, हमारी किडनी रक्त से अपशिष्टों को फिल्टर करके स्वाभाविक रूप से शरीर को साफ करती रहती है। इसलिए वैसे तो हमें किडनी की अलग से सफाई करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन कुछ उपायों की मदद से किडनी के कार्य को बढ़ावा दिया जा सकता है। कुछ उपाय किडनी को डिटॉक्स करने में सहायक हो सकते हैं। दिनचर्या में कुछ बातों का ध्यान रखकर न सिर्फ किडनी को डिटॉक्स कर सकते हैं साथ ही किडनी से संबंधित रोगों के जोखिमों को भी कम करने में मदद मिल सकती है।
किडनी को स्वस्थ और साफ रखने के लिए सबसे जरूरी है कि आप शरीर के हाइड्रेशन का विशेष ध्यान रखें। अगर आप भरपूर मात्रा में पानी ही पीते रहें तो ये किडनी को साफ रखने के लिए पर्याप्त है। वयस्कों का शरीर लगभग 60 प्रतिशत पानी से बना होता है। किडनी को मूत्र उत्पादन करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है। अगर आप कम पानी पीते हैं, तो मूत्र की मात्रा कम होती है। कम पानी पीने से किडनी पर अधिक दबाव बढ़ता है जिससे किडनी में पथरी भी हो सकती है।
इसके अलावा पानी की कमी के कारण किडनी अतिरिक्त अपशिष्ट पदार्थों को ठीक से बाहर नहीं निकाल पाती है, जिससे किडनी से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
कुछ खाद्य पदार्थों को किडनी की सेहत को ठीक रखने में फायदेमंद पाया गया है, अंगूर उनमें से एक है। एक पशु अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने पाया कि किडनी रोग वाले चूहों में उपचार के साथ अंगूर का जूस देने से उनमें किडनी की सूजन को कम करने में मदद मिली। इसी तरह नींबू, संतरे और खरबूजे के रस में साइट्रिक एसिड या साइट्रेट होता है। साइट्रेट मूत्र में कैल्शियम के साथ जुड़कर किडनी में पथरी को बनने से रोकने में मदद करता है।
किडनी की बीमारियों से बचाव के लिए आहार में कुछ प्रकार के पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाना भी जरूरी है। विशेषतौर पर विटामिन-बी6 वाली चीजें मेटाबॉलिज्म प्रतिक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इस पोषक तत्व से भरपूर चीजों के सेवन से किडनी में पथरी बनने का खतरा कम हो सकता है। इसी तरह से ओमेगा-3 वाली चीजें भी किडनी की सेहत को ठीक रखने और किडनी को डिटॉक्स करने में मददगार हो सकती हैं। आहार और हाइड्रेशन का ध्यान रखकर किडनी से संबंधित समस्याओं से बचाव करने में मदद मिल सकती है।