December 19, 2024

वैष्णोदेवी मंदिर में पुराने साल को विदाई और नए साल का जोरदार स्वागत किया

Faridabad/Alive News: सिद्धपीठ महारानी माता वैष्णोदेवी मंदिर में पुराने साल को धूमधाम से विदाई दी गई और नए साल का उत्साह व उल्लास के साथ स्वागत किया गया। मंदिर प्रांगण में 31 दिसंबर की रात्रि को माता की भव्य चौकी का आयोजन कर नए साल पर सभी लोगों की सुख समृद्धि की प्रार्थना की गई। इस मौके पर राज सहगल एंड पार्टी ने अपने भजनों एवं महामाई के गुणगान से भक्तों को जमकर नचाया और माता रानी की भक्ति में लीन कर दिया।

इस अवसर पर मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने माता रानी से लोगों की सुख समृद्धि की कामना की तथा भगवान से प्रार्थना की कि नया साल सभी के लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आए। जागरण में मंदिर संस्थान के चेयरमैन प्रताप भाटिया, फकीर चंद कथूरिया, दिनेश चितकारा, प्रीतम धमीजा, अनिल ग्रोवर, गुरमीत कौर, सीमा, बलवीर सहित काफी अधिक संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। रात्रि 9 बजे आरंभ  हुई माता की चौकी नए साल के आगमन 12 बजे तक जारी रही।

इस अवसर पर भारी संख्या में भक्तों ने माता की चौकी में महामाई का गुणगान किया तथा पूरे समय महामाई के भजन एवं गीतों पर झूमते रहे। मंदिर में विशेष तौर पर भंडारे का आयोजन भी किया, जिसमें लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने आए हुए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया तथा कहा कि वह माता रानी से विशेष तौर पर प्रार्थना करते हैं कि नया साल सभी लोगों के लिए सुख समृद्धि और खुशियां लेकर आए। उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति नए साल में भी मंदिर संस्थान द्वारा समय समय पर धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा। इसमें प्रमुख तौर पर रक्तदान, स्वास्थ्य शिविर एवं गरीब कन्याओं के लिए निशुल्क परिचय सम्मेलन एवं विवाह का आयोजन रहेगा, जिसमें गरीब कन्याओं का विवाह करवाने के साथ साथ साथ उन्हें परिवार व गृहस्थी चलाने के लिए दान दहेज भी दिया जाएगा।

 इसके अलावा धार्मिक तौर पर जागरण एवं सभी पर्वों का उत्साह पूर्वक आयोजन भी किया जाएगा। भाटिया ने लोगों से अपील की की 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर काव्य उद्घाटन होने जा रहा है इस अवसर पर पूरे देश में दीपावली पर्व मनाया जाएगा. अतः आप सभी भक्तों से भी प्रार्थना है कि आप भी 22 जनवरी को दीपावली पर्व मनाकर  श्री राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के साक्षी बने।