Faridabad/Alive News: दिल्ली की तर्ज़ पर अब फरीदाबाद के भी सरकारी स्कूल भी बहुमंजिला होंगे। साथ ही आधुनिक सुविधाओं से लेस किये जायेंगे। विभाग की ओर से 19 स्कूलों की पहचान की गई है। इसमें 46 करोड़ रुपये की लागत से कमरे, शौचालय, पानी की टंकी और विद्यार्थियों के बैठने के लिए आधुनिक डेस्क बनाई जाएगी। जरूरत के अनुसार, स्कूल में 25 लाख से सात करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत जिले के पांच स्कूलों को 31 जनवरी 2024 तक आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रकिया जल्द पूरी कर ली जाएगी।
विभाग के अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। मिडिल, हाई व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को चुना गया है।जिले के 24 से अधिक स्कूलों की दशा खराब है। जिन स्कूलों में कमरे, शौचालय, टंकी मरम्मत या रिपेयरिंग से लेकर चहारदीवारी का काम लंबित है, उन्हें पूरा करने का निर्णय लिया गया है। जिन स्कूलों में विद्यार्थियों के बैठने के लिए ड्यूल डेस्क नहीं है, वहां ड्यूल डेस्क भी मुहैया कराई जाएगी।
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुने गए स्कूल
कुछ राजकीय स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है। इन स्कूलों की पहचान कर उसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया है। जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए एक स्कूल को न्यूनतम 25 लाख रुपये स्कूल प्रबंधन समिति की ओर से मुहैया होगी। कार्यों की हरी झंडी देने का अधिकार जिला स्तर पर जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) को दिया गया है।
कमेटी रखेंगी नजर
समग्र शिक्षा के कनिष्ठ अभियंता और अन्य अधिकारियों की तकनीकी मार्गदर्शन में विकास कार्य कराएं जाएंगे। इसको लेकर स्कूल में कमेटी का गठन किया जाएगा। जिसको भवन निर्माण समिति का नाम दिया जाएगा। मॉनिटरिंग कमेटी में जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक अधिकारी, नेहरू युवा केंद्र के यूथ को-ऑर्डिनेटर, रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव, जिला बाल कल्याण अधिकारी, गांव के सरपंच तथा एसएमसी के सदस्य को शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री घोषणा के तहत जिले की 19 स्कूलों की मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त करना है। इसके लिए मुख्यालय से स्वीकृति मिल चुकी है। इस पर तकरीबन 46 करोड़ रुपये खर्च होंगे।