Faridabad/Alive News: फाउंडेशन अगेंस्ट थैलेसीमिया द्वारा हमेशा ही कोशिश रही है कि थैलेसीमिया बच्चों को स्वस्थ रखा जाए, उनको खुश रखा जाये व थैलेसीमिया के बारे में लोगों को जागरूक किया जाये। इसी कड़ी में थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चों को हवाई जहाज द्वारा मुम्बई ले जाया गया, इनमें से बहुत सारे बच्चे वो थे जो कभी हवाई जहाज में नहीं बैठे थे। यह उनका एक सपना था कि वह हवाई यात्रा करें जिसके लिए फाउंडेशन अगेंस्ट थैलेसीमिया ने उनके इस सपने को पूरा किया।
बच्चों को फरीदाबाद से बस द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट ले जाया गया जहां से हवाई जहाज द्वारा मुंबई ले जाया गया। जब हवाई जहाज में बच्चे बैठे तो उनके चेहरे पर एक अलग ही खुशी का माहौल था बच्चे जब मुंबई हवाई अड्डे पर उतरे तो वहां पर रोटरी क्लब ऑफ नारीमन पॉइंट के प्रधान रोटेरियन दीपक मल्होत्रा, सचिव रोटेरियन जैमिन धानी, रोटेरियन मंधार शर्मा व रोटेरियन जगदीश टन्ना द्वारा एक शानदार बस का प्रबंध किया गया था, जिसमें बच्चे बैठकर आराम से मुंबई का नजारा लेते रहे, साथ ही बस पर थैलेसीमिया के प्रति जागरूक करने के पोस्टर लगाए गए थे ताकि लोगो को थैलेसीमिया के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हो सके। बस द्वारा बच्चों को नवी मुंबई राजस्थान भवन में ले जाया गया। जहां पर उनका स्वागत रोटरी क्लब ऑफ नवी मुंबई द्वारा बड़े ही शानदार तरीके से किया गया।
उसके बाद बस द्वारा निकल पड़े मुंबई भ्रमण पर, बच्चों के लिए घूमने का विशेष प्रबंध रोटरी क्लब ऑफ़ नारीमन पॉइंट व रोटरी क्लब ऑफ मुंबई मिलेनियम द्वारा किया गया था। बच्चों को समुद्र किनारे, गेट वे ऑफ इंडिया, क्रिकेट स्टेडियम, जुहू बीच, मरीन ड्राइव, अमिताभ बच्चन का बंगला जलसा, शाहरुख़ खान का बांग्ला मन्नत, सिद्दी विनायक मंदिर व हैंगिंग गार्डन इत्यादि घुमाया गया।
रोटरी क्लब ऑफ़ नवी मुंबई द्वारा डी. वाई. पाटिल हॉस्पिटल में एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमे मुंबई के दस रोटरी क्लब्स ने हिस्सा लिया। वहा मुंबई के थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चों से फरीदाबाद के बच्चों को मिलवाया गया। उन्होंने आपसी बाते सांझा की। रात्रि भोजन की व्यवस्था इनर व्हील क्लब खार द्वारा की गयी थी जिसमे क्लब की प्रधान किरण छाबरिया, लक्ष्मी सिंह, प्रेरणा रिझवानी, शुभा लुहाडिया, पूजा मदनानी ने बच्चो के साथ खूब मस्ती की व अंत में सभी बच्चों को उपहार दिए। इस अवसर पर सभी से प्रतिज्ञा पत्र पर हस्ताक्षार करवाए कि वो समाज में थैलेसीमिया के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे।