Faridabad/Alive News : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्याल में विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता मामलों में मुख्यमंत्री के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) जे एस नैन ने मुख्यातिथि के रूप में कुलपति डॉ. राज नेहरू की उपस्थिति में वर्ल्ड क्लास सीएनसी लैब का पायलट रन किया।
उन्होंने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए ई व्हीकल पर विशिष्ट अतिथि स्वामी निजामृतानन्द, एसडीआईटी के निदेशक सुशील सारवान और कुलपति डॉ. राज नेहरू के साथ सवारी कर इसका लोकार्पण किया। अतिथिमंडल ने विश्वविद्यालय के नवाचार के लिए कुलपति डॉ. राज नेहरू को बधाई दी। यह ई व्हीकल स्क्रैप से तैयार किया गया है। इसका डिजाइन और निर्माण सब विद्यार्थियों ने स्वयं किया है। विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर विद्यार्थियों ने विभिन्न मॉडल और आयामों पर आधारित प्रदर्शनी का आयोजन किया।
अतिथियों ने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा तैयार किए गए मॉडल की मुक्तकंठ प्रशंसा की। तकनीक और कौशल पर आधारित यह प्रदर्शनी आकर्षण का बड़ा केंद्र बनी।
इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) जे एस नैन ने कहा कि सॉफ्ट स्किल मानव और मानवता के लिए बहुत आवश्यक है। युवा वर्ग अपने मौलिक प्रयासों से इसे हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमें युवा का अर्थ सही मायनों में समझना होगा। नवीन करने के संकल्प, ललक और नवाचार ही भारत को विश्व का कौशल केंद्र बना सकते हैं। लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) जे एस नैन कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हरियाणा को कौशल की धुरी बनाने के उद्देश्य से ही श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है। यह विश्वविद्यालय ही कुलपति डॉ. राज नेहरू के नेतृत्व में कौशल अभियान को क्रियान्वित करने में सक्षम है। उन्होंने युवा शब्द को परिभाषित करते हुए विद्यार्थियों और शिक्षकों को प्रेरित किया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि जिसके भीतर इच्छाएं पलती हैं और संकल्पों के साथ विकसित होती हैं, वही सही मायने में युवा हैं। युवावस्था का उम्र से संबंध नहीं है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि सीखने की ललक और नवाचार की दृढ़ता हमें सफल बनाती है। उन्होंने कहा कि जॉब खत्म भी हो रहे हैं और नए स्वरूप में उनका सृजन भी हो रहा है। इसलिए कौशल और नवाचार का महत्व बढ़ रहा है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय एक जुनून के साथ अद्वितीय गति से अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ रहा है।
कौशल विकास एवं औधोगिक प्रशिक्षण विभाग के निदेशक सुशील सारवान ने कौशल युवाओं के लिए आवश्यक है। जब तक युवाओं को पूर्ण रूप से कौशल नहीं देंगे और उन्हें इंडस्ट्री तक नहीं लेकर जाएंगे, तब तक वह आगे नहीं बढ़ सकते। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू दिन रात इस काम में लगे हैं। वह तकनीक और कौशल को आगे बढ़ा रहे हैं। इस विश्वविद्यालय की ओर से आने वाले हर प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी जाएगी।
विशिष्ट अतिथि के रूप में अमृता अस्पताल के प्रबंध निदेशक स्वामी निजामृतानंद पुरी ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय राष्ट्र निर्माण का एक मिशन है। यहां आकर लगा कि मैं विद्यार्थियों से नहीं उद्यमियों से मिल रहा हूं। यह विद्यार्थी एक न एक दिन दुनिया में जरूर छा जाएंगे। स्वामी निजामृतानंद पुरी ने कहा कि यदि हमारे पास संकल्प है तो हम कुछ भी करने में सक्षम हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के स्किल सेट की सराहना की।
मुख्य वक्ता व्हीलबॉक्स के सीईओ निर्मल सिंह ने कहा कि हर व्यवसायिक संस्थान को भाषा और ज्ञान पर केंद्रित होना होगा। विद्यार्थियों में सीखने की इच्छा और प्रॉब्लम सॉल्विंग एप्रोच विकसित करनी होगी। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय इस दिशा में महत्वपूर्ण काम कर रहा है।
इससे पूर्व विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रो. ज्योति राणा ने विवि के विजन और मिशन पर समग्रता से प्रकाश डाला। प्रो. राणा ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय कौशल के विविध आयाम विकसित कर रहा है। उन्होंने ऑन द जॉब ट्रेनिंग और पढ़ाई के साथ कमाई की अवधारणा पर भी प्रकाश डाला। वर्ल्ड स्किल कंपीटिशन में देश का नाम करने वाले अखिलेश और ई व्हीकल बनाने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. आर एस राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत किया और विश्वविद्यालय की कौशल विशेषताओं को इंगित किया। सीनियर स्किल इंस्ट्रक्टर डॉ. मीनाक्षी कौल ने मंच संचालन किया। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस आयोजन के लिए सभी स्किल इंस्ट्रक्टर को बधाई दी।