Palwal/Alive News : पत्रकार ने बिजली विभाग के अधिकारियों के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए हरियाणा सरकार के बिजली मंत्री, मुख्यमंत्री कार्यालय एवं बिजली निगम के महानिदेशक कार्यालय को जांच के लिए शिकायत दी, जिस पर आज तक कोई कार्रवाई ना होना सरकार और विभाग के उच्च अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है।
पलवल जिले में भ्रष्ट अधिकारियों पर सरकार के आदेश के बाद भी कार्यवाही ना होना जिले के अधिकारियों के उच्च स्तरीय संबंधों को दर्शाता है। इस से स्पष्ट हो रहा है कि मुख्यमंत्री, सरकार के मंत्री, विधायक और महानिदेशक, निदेशक, चीफ इंजीनियर के आदेश पलवल के बिजली अधिकारी के सामने बोने हो रहे है। हरियाणा सरकार से भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही ना होने के बाद शिकायत कर्ता ने प्रधानमंत्री ग्रीवेंस पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई हैं।
शिकायतकर्ता एवं पत्रकार विष्णु चौहान ने प्रैस नोट जारी कर इस संदर्भ में बताया कि एसडीओ पंकज पवार द्वारा कराई जा रही बिजली की चोरी एवं रंजिशन, द्वेष भाव रखते हुए अनैतिक तरीके से बिजली कनेक्शन रद्द करने की शिकायत को लेकर उन्होंने महानिदेशक दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय हरियाणा सरकार को भेजी जिस पर संज्ञान लेते हुए सचिव धर्मेंद्र कुमार ने कार्रवाई हेतु पलवल विभाग के अधिकारियों के पास भेजा था। वही बिजली मंत्री के सचिव शिवकुमार ने शिकायत पर संज्ञान लेने के लिए शिकायत को जांच हेतु पलवल बिजली विभाग को भेज दिया था।
इसके अलावा 7 मार्च 2023 को महानिदेशक, निदेशक ऑपरेशन और चीफ इंजीनियर दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम कार्यालय से पलवल के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर (एस.ई.) कार्यालय पर जाँच को लेकर शिकायत पहुंच चुकी हैं। लेकिन आज तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। एसडीओ अर्बन पंकज पवार के क्षेत्र में आज भी बेधड़क बिजली की चोरी हो रही है। इस बात से स्पष्ट है कि पलवल में अनैतिक कार्य करने वाले बिजली विभाग के अधिकारियों को न तो मुख्यमंत्री, न बिजली मंत्री, न विधायक और ना ही बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों का डर है।
महीनों बीतने के बाद भी कार्यवाही नहीं होने पर शिकायत कर्ता विष्णु चौहान ने फिर से शिकायत प्रधानमंत्री ग्रीवेंस पोर्टल पर लगाई है जिसके नोडल ऑफिसर आईएएस राजीव रतन हैं। विष्णु चौहान कहा कि पलवल के बिजली विभाग में भ्रष्टाचार किस तरह सर चढ़कर बोल रहा है कि हरियाणा सरकार के मंत्री, विभाग के आईएएस अफसर शिकायत को जांच के लिए भेजते हैं और जिले के अधिकारी सांठगांठ करके 18 शिकायतों को पी जाते हैं। ऐसे में आम आदमी को न्याय कैसे मिल सकता है। अब उन्होंने प्रधानमंत्री को शिकायत दी है।