October 3, 2024

बालाजी कॉलेज में छठे दीक्षांत समारोह का आयोजन

Faridabad/Alive News: बल्लभगढ़ स्थित बालाजी कॉलेज में छठी दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया कार्यक्रम भारतीय परिधान एवं रूप से वातावरण में आयोजित किया गया इसमें मुख्य अतिथि के रूप में आयुष विभाग हरियाणा सरकार की निदेशक डॉ संगीता सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि “मनुष्य के श्रेष्ठतम व्यवहार को तैयार करना ही शिक्षा का मूल उद्देश्य है। मनुष्य की यात्रा अज्ञान से ज्ञान की ओर बढ़ती है।

वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हालांकि पश्चिमी प्रभाव के कारण हम स्वदेशी ज्ञान से दूर हुए हैं और कहीं ना कहीं इसका खोखलापन समाज को महसूस भी हो रहा है। इस प्रकार की स्थिति ही पाठ्यक्रम एवं शिक्षा पद्धति में बदलाव का आधार रखती है। मनुष्य के अंदर अनेकों चिंताएं, तृष्णाये और वैमनस्य जैसी स्थिति उसकी मानसिक अपरिपक्वता के कारण होते हैं। यहीं से शिक्षा का कार्य शुरू होता है। शिक्षा से चेतना में शांति, अहिंसा और सद्भाव का वह फूल खिलता है, जिसकी सुगंध से सारी सृष्टि, जीव जगत का कल्याण होता है।

बालाजी कॉलेज का छठा दीक्षांत समारोह में पूरा भारतीय तरीके से आयोजित किया गया। जिसमें तिरंगा पटका और भारतीय टोपी पहनाकर छात्र छात्राओं को शिक्षा स्नातक B.Ed की डिग्री प्रदान की गई।

दीक्षांत समारोह में केमिकल एवं फर्टिलाइजर मंत्रालय, भारत सरकार की निदेशक मंजुला सक्सेना ने अध्यक्षता की और मनुष्य की सहज वृत्ति को दीक्षांत और शिक्षा के श्रेष्ठतम एवं परिष्कृत पुष्प के रूप में बताया। मनुष्य का भटकाव खत्म हो और वह एकाग्र होकर जीवन के उद्देश्य एवं इनकी सार्थकता पर कार्य कर अपने जीवन को सफल कर सके यह शिक्षा का उद्देश्य है। एक सच्चा गुरु अपनी श्रेष्ठ मार्गदर्शन से जीवन के असमंजस एवं तनाव को दूर कर सहज वृत्ति की ओर ले जाता है जहां मनुष्य स्वप्रेरणा से आगे की यात्रा में चला जाता है और स्वयं को जानकर स्वयं परिवर्तन कर समाज के मार्गदर्शन का काम करता है।

दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली से प्रोफेसर वीरागोनी सिरीशा ने भी मार्गदर्शन कर शुभकामनाएं दी।

बालाजी कॉलेज के निदेशक जगदीश चौधरी ने बताया कि सत्र 2017 से 19 और 2018 से 20 के B.Ed के 200 छात्र छात्राओं को आज उपाधि प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि बालाजी कॉलेज बल्लभगढ़ नित्य नए प्रयोग कर भारतीय संस्कृति को पुनर्स्थापित करने हेतु अग्रणी भूमिका में रहता है। यह कार्यक्रम भी महिला सशक्तिकरण का प्रतीक रहा जिसमें अध्यक्ष, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, मंच संचालन एवं सभी प्रकार के कार्य महिलाओं द्वारा किए गए।

इस अवसर पर छात्राओं द्वारा देश भक्ति गीत, लोक नृत्य, पर्यावरणीय नाटिका के द्वारा जन जागृति का संदेश दिया गया।

कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी श्रीकृष्ण सिंघल, वाईएमसीए विश्वविद्यालय के डीन प्रोफेसर अरविंद गुप्ता, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय दिल्ली से उपनिदेशक डॉ वीर अभिमन्यु कुमार, हार्ट फूलनेस संस्था के फरीदाबाद सेंटर से एस.पी शर्मा, आचार्य चेतन प्रकाश सहित दर्जनों विशिष्ट व्यक्तियों के साथ विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कॉलेज की आचार्य ममता मलिक, उषा डागर, सुषमा, निधि गुप्ता, दिनेश कुमारी, रेनू, मंजू डागर आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।