Faridabad/Alive News: सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए दी जाने वाली हर संभव मदद के लिए यथाशिघ्र विशेष गिरदावरी करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि फ़सलों के नुकसान के आंकलन के लिए व्यापक स्तर पर गिरदावरी का कार्य करें। मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित वे स्वयं भी विभिन्न जिलों में जाकर नुकसान का जायजा ले रहे हैं।
डीसी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने किसान हित में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण कराने से वंचित रहे किसानों के लिए पोर्टल को पुनः खोलने का फैसला लिया है। पोर्टल पर पंजीकृत होने के बाद ये किसान अब क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल में हुए नुकसान का ब्यौरा भरा जा सकता हैं। डीसी ने कहा कि यदि बेमौसम बरसात तथा ओलावृष्टि के कारण जिला के विभिन्न हिस्सों में फसलों को नुकसान हुआ है, जिसके लिए हरियाणा सरकार किसानों को मुआवजा भी देगी। इसके लिए सरकार ने स्पेशल गिरदावरी के आदेश दिए हुए हैं। उन्होंने बताया कि अब मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल नुकसान वाले गांवों के लिए खोल दिया गया था।
उन्होंने बताया कि जिन बीमित किसानों ने अभी तक कृषि विभाग में आवेदन नहीं किया है वे जल्द अपना आवेदन नजदीकी कार्यालय तथा ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से करें। किसानों की सहूलियत के लिए क्रॉप इंश्योरेंस ऐप भी बनाया गया है। इस ऐप के माध्यम से भी किसान तुरंत अपनी फसल की जानकारी दे सकते हैं । उन्होंने बताया कि जो किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमित नहीं है वे अपनी फसल की जानकारी क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से दें। विशेष गिरदावरी के बाद ई-फसल क्षतिपूर्ति सूचना देने के लिए क्लिक करें। इसके उपरांत पीपीपी आईडी, मेरी फसल मेरा ब्यौरा आईडी या मोबाइल नंबर में से किसी एक से लॉगिन करें। लॉगिन करने के उपरांत जिस किसान ने पंजीकरण किया है उसका ब्यौरा खुल जाएगा। इसके बाद शिकायत दर्ज करने के उपरांत संबंधित विभाग व अधिकारी द्वारा आपकी शिकायत पर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसान अपने मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर या फिर अटल सेवा केंद्र पर जाकर फसल नुकसान की सूचना दें सकते हैं।