Faridabad/Alive News : कोरोना आपदा के दौरान जिले के निजी अस्पताल लगातार अपनी जब भरने में लगे हुए है। हाल ही में जिला पुलिस आयुक्त ने आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश जारी किए है।
आयुक्त के निर्देशों का पालन करते हुए क्राइम ब्रांच 56 व बदरपुर बॉर्डर टीम ने रेमड़ेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के जुर्म में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच 56 ने चार आरोपियों संतोष, लवकुश, ओमप्रकाश व तपन को गिरफ्तार करके 16 इंजेक्शन बरामद किए है। वहीँ क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर ने तीन आरोपियों भूपेंद्र, वीरेंद्र और पवन को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 4 इंजेक्शन बरामद किए हैं।
प्रेस को जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी प्राइवेट अस्पताल में स्टाफ नर्स की नौकरी करते हैं और वहां से इंजेक्शन चोरी करके 30 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन के हिसाब से बेच देते हैं।
क्राइम ब्रांच 56 ने 4 आरोपियों को अनखीर व क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर ने 3 आरोपियों को सेक्टर- 16 से गिरफ्तार कर किया है| पुलिस टीम ने जब आरोपियों से इंजेक्शन बेचने का लाइसेंस मांगा तो वह कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ सरकारी आदेशों की अवहेलना करने, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005, औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के तहत थाना सूरजकुंड और थाना सेक्टर-17 में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। संबंधित मामले में आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाएगी|