इनमे लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और जमात-उद-दावा के सदस्य
J& K : कश्मीर घाटी में आतंकी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं. नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 200 से अधिक हथियारों से लैस आतंकवादी कश्मीर में घुसपैठ करने की फिराक में हैं. 200 आतंकवादियों में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और जमात-उद-दावा के सदस्य हैं. आतंकी घुसपैठ के लिए ढोंग, नाला और दरिया इलाके का इस्तेमाल कर उपयोग कर रहे हैं. ग्रुप में शामिल नए आतंकवादियों को हमले करने और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने का टास्क दिया गया है, जबकि पुराने या भरोसेमंद आतंकवादियों को पथराव और भीड़ एकत्र करने को कहा गया है.
आतंकवादियों की बॉर्डर पर और घाटी के अंदर डबल हमला करने की योजना है. जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को प्रभावित कर यहां की अर्थव्यवस्था को भी अस्थिर करने की कोशिश है. अमरनाथ यात्रा को भी निशाना बनाया जा सकता है. आतंकी संगठन हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत को भी भुनाने में लगे हुए हैं. वे इससे युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल करना चाहते हैं. पूरी घाटी में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है, वे सभी महत्वपूर्ण विश्वविद्यालयों में निगरानी रख रही हैं. जवान इन आतंकियों के नापाक इरादों को पूरी तरह से विफल करने में सक्षम हैं.
रविवार को भी बंद रहेगी अमरनाथ यात्रा
हंगामे की वजह से अमरनाथ यात्रा रविवार को दूसरे दिन भी बंद रहेगी. श्राइन बोर्ड ने तय किया है कि हालात सामान्य होने तक यात्रा को स्थगित रखा जाए. सारे श्रद्धालु पहलगाम में रोके गए थे. देर रात उन्हें जम्मू लाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के लोगों से शांति की अपील की. वह हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से शांत रहने और शांति बरकरार रखने की अपील करता हूं.’ सिंह ने कहा कि कश्मीर घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए केंद्र जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ मिलकर काम करेगा.
उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में हिंसा की घटनाओं में मूल्यवान जीवन क्षति से बहुत आहत हूं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’