Faridabad/Alive News : मानव रचना इंटरनेशन इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज के फैकल्टी ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसिस द्वारा वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमें स्पोर्ट्स और फिटनेस एजुकेशन की चर्चा हुई। वेबिनार में खेल जगत में अपना भविष्य बनाने में इच्छुक छात्रों को मानव रचना के फैकल्टी ऑफ स्पोर्ट्स की ओर से शुरू किए गए बैचलर्स इन स्पोर्ट्स एंड कंडीशनिंग कोर्स की जानकारी दी गई।
फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के डॉ. पीयूष जैन ने बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर हिस्सा लिया। उन्होंने कहा हमारे देश में खेल जगत में बेहतरीन अवसर हैं। आज सिर्फ बीपीएड की नहीं बल्कि स्पोर्ट्स इंजीनियरिंग और स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर की पढ़ाई की भी जरूरत है। हमें स्पोर्ट्स की डिमांड और सप्लाई पर ध्यान देना होगा साथ ही सरकारी पॉलिसी पर काम करना होगा।
स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस और लेजर के सीईओ तहसीन जाहिद ने बताया, FICCI, एसपीईएफएल, एनएसडीसी और एमएसडीई द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक देश में 2023-2024 तक खेल क्षेत्र में 2.1 मिलियन नौकरियां होंगी। उन्होंने कहा सिर्फ कोच बनना ही स्पोर्ट्स नहीं है बल्कि, खिलाड़ी, स्टेडियम संचालक, स्टेडियम की घास काटना भी स्पोर्ट्स का बहुत बड़ा हिस्सा है। उन्होंने कहा पहले लोग कहते थे ‘खेलोगे कूदोगे बनोगे खराब, पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब’ आज हमारे देश इस कहावत से कई आगे निकल गया है।
द्रोणाचार्य अवार्डी भूपेंद्र धवन ने अपने शब्दों से युवाओं में जोश भरा। उन्होंने कहा, एक अच्छे स्पोर्ट्स प्रोफेशनल बनने के लिए पढ़ाई करनी है और सर्टिफाइड होना होगा। आज के युवा शॉर्टकट चाहते हैं साथ ही 12वीं पास करते ही अपने अभिभावकों से 70-80 हजार के फोन की डिमांड करते हैं, यही पैसे उन्हें अपनी पढ़ाई में इस्तेमाल करना चाहिए।
कार्यक्रम में एमआरआईआईआरएस के वीसी डॉ. संजय श्रीवास्तव, फैकल्टी ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसस के डीन प्रोफेसर (डॉ.) मोत्तार रजा रिजवी, पीवीसी प्रोफेसर (डॉ) जीएल खन्ना, डॉ. लखविंदर कौर, नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के डीन प्रोफेसर (डॉ.) आर. सुब्रमण्यम, किरोरी मल कॉलेज, दिल्ली के डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स की असिस्टेंट प्रोफेसर और हेड डॉ. बीनू गुप्ता, नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स के एकेडमिक इंचार्ज डॉ. आईपी नागी, द्रोणाचार्य वॉर्डी और पर्व हॉकी चीफ डॉ. अजय कुमार बंसल, सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी राजकोट के डायरेक्टर डॉ. जतिन सोनी समेत फैकल्टी मेंबर्स और कई छात्र मौजूद रहे।