New Delhi : पाकिस्तान ख़ुद को एक आज़ाद देश कहता है हालांकि वहां एक पेड़ 118 सालों से गुलामी की ज़ंजीरों में जकड़ा हुआ है। पाकिस्तान में मौजूद ये बरगद का पेड़ इन दिनों चर्चा में है। एक छोटे से कस्बे लांडी कोटल के आर्मी एरिया में मौजूद इस बरगद के पेड़ को, आजीवन कैद की सजा सुनाई गई थी।
वर्ष 1898 में तत्कालीन हिंदुस्तान का हिस्सा रहे इस क्षेत्र में भी, अंग्रेजों का शासन था उस समय जेम्स नाम का स्क्विड एक सनकी अंग्रेज़ अफसर, शराब के नशे में धुत होकर यहां से गुज़र रहा था, अचानक इस पेड़ को देख कर उसे लगा, कि ये पेड़ उसके ऊपर गिर रहा है। अंग्रेज़ अफसर ने पेड़ को सावधान होने का आदेश दे दिया और ज़ाहिर है कि पेड़ ने अफसर की बात नहीं मानी, इसके बाद पेड़ को सबक सिखाने के इरादे से उसने पेड़ को कैद करवा दिया।
स्थानीय लोगों के मुताबिक इस पेड़ को सज़ा देकर अंग्रेज़, यहां के लोगों को संदेश देना चाहते थे, कि जो भी उनका आदेश नहीं मानेगा उसका यही हस्र होगा। बरगद के इस पेड़ पर आज भी एक बोर्ड लगा हुआ है, जिस पर लिखा है “I am under arrest”। आज़ादी के 69 साल के बाद भी पाकिस्तान ने इस पेड़ को कभी आज़ाद नहीं किया। ये भी एक विडंबना है कि पाकिस्तान में पेड़ों को तो कैद में रखा जाता है जबकि आतंकवादी आराम से मौज मस्ती का जीवन जीते हैं।