New Delhi/Alive News : जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल में गिरे बच्चे को 43 घंटे बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मिली जानकारी के अनुसार 11 वर्षीय बच्चे को बाहर निकालने के लिए सारे प्रयास विफल रहने के बाद अब रोबोटिक्स इंजीनियर की मदद ली गई है। रोबोटिक्स इंजीनियर महेश अहीर मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने परिजन को भरोसा देते हुए कहा कि सबकुछ ठीक रहा तो बच्चे को आधे घंटे के भीतर निकाल लेंगे। जानकारी के मुताबिक अभी तक लगभग 70 फुट का गड्ढा किया जा चुका है तथा इस कार्य में अभी पांच से छह घंटों का समय और लग सकता है।
गड्ढे का मुंह चौड़ा होने की वजह से राहुल को थोड़ी राहत मिली है। लेकिन बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे का मुंह जरूर छोटा है। वहीं नीचे पत्थर भी लगे हैं। इसके कारण राहुल उसमें अटका हुआ है। हालांकि, उसे काफी चोटें भी आई होंगी। इसके बाद भी उसने हिम्मत बांधी हुई है।
बताया जा रहा है कि परिजनों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। इसके बाद बोरवेल के पास गड्ढा खोदने के लिए जेसीबी का इस्तेमाल किया गया। साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को भी जानकारी दी गई। इसके अलावा चिकित्सकों की टीम को भी मौके पर बुला लिया गया, जो बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन पहुंचा रहे हैं।