Faridabad/Fatehabad/Alive News : जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर गांव है हांसपुर। यहां एक विवाहिता अपने पति के द्वार पर 11 दिन से धरने पर बैठी है। पति ने उससे प्रेम विवाह किया था, मगर कुछ ही दिन बाद छोड़ दिया। अब वह अपने प्यार को दोबारा पाना चाहती है। वह न तो पुलिस में मामला दर्ज कराना चाहती है और न ही वहां से हटने को तैयार है। भूख-प्यास से बेहाल इस युवती का कहना है कि मामला दर्ज कराया तो पति और उनके परिवार की बदनामी होगी।
मैं तो बस अपना हक चाहती हूं। जान दे दूंगी लेकिन पति की चौखट से नहीं जाऊंगी। उसके ससुरालजन अपनाने को तैयार नहीं है। इसलिए वह ससुरालवालों के घर के गेट पर धरना देकर बैठी है। उसके पति का परिवार ताला लगाकर चला गया है। वहां पर एक बार पुलिस भी जा चुकी है। वह न तो कार्रवाई चाहती है और न धरना उठाने को तैयार है। बस, एक जिद है कि उसका पति उसे खुद आकर ले जाए। वरना वह यहीं बैठी बैठी जान दे देगी। न्याय की मांग को लेकर घर के आगे बैठी दिल्ली निवासी ज्योति की सुध लेने के लिए पुलिस टीम मौके पर गई थी। ज्योति ने कहा कि जब तक ससुराल वाले उसे नहीं अपनाते, तब तक वह यहीं धरने पर बैठी रहेगी।
नहीं छोड़ूंगी साथ, निभाऊंगी कसम
धरने पर बैठी ज्योति बीजेएमसी, एमए व बीएड पास है। ज्योति ने बताया है कि उसकी शादी हांसपुर के साहिल के साथ हुई थी। लेकिन अब ससुराल के लोग उसे दूर कर रहे हैं। वह अपने पति का साथ नहीं छोड़ेगी। उसने अपने धर्म और ईमान के मुताबिक पति के साथ ताउम्र रहने की कसम खाई थी और इसी कसम को निभाने के लिए वह ससुराल में धरने पर बैठी है। उसने कहा कि उसके ससुराल के लोग व पति घर को ताला लगाकर बाहर हैं। ज्योति ने कहा कि यदि उसके ससुराल के लोग घर आते भी हैं तो वह जबरदस्ती घर में नहीं घुसेगी, बल्कि उनकी अनुमति से ही अंदर प्रवेश करेगी।
कोई कार्रवाई नहीं चाहती
उसने यह भी कहा कि वह अपने पति व ससुराल वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करवाएगी, क्योंकि इससे उसके पति व उसके ससुरालजनों के सम्मान को ठेस पहुंचेगी, इसलिए वह ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगी। पति को पाने के लिए वह घर के आगे ही भूख-प्यासी जान दे देगी।
जब लोगों ने मदद की बात कही तो ज्योति ने मना कर दिया
उसने कहा कि वह किसी भी सूरत में यहां से जिंदा नहीं उठेगी। ग्रामीणों व पुलिस ने भी उसे मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। वह पुलिस को ससुरालजनों के खिलाफ लिखित शिकायत देने को भी तैयार नहीं है। ना ही धरने से उठने को तैयार है।
पत्रकारिता कर चुकी है ज्योति
ज्योति ने बताया कि वह फरीदाबाद में 2010 में नेहरू कॉलेज से पत्रकारिता का कोर्स कर चुकी है और उसने कई चैनलों व समाचार पत्रों में काम भी किया है। इसी बीच उसकी जान पहचान हांसपुर के साहिल के साथ हो गई और वहीं से उनमें दोस्ती हो गई।
बाद में वर्ष 2012 में दोनों पक्षों व परिजनों की सहमति से शादी हो गई। करीब 6 महीने पहले साहिल ने उसे छोड़ दिया और ससुरालजनों ने भी उसे घर से निकाल दिया। अब वह फिर से ससुराल में बसने के लिए धरने पर बैठी है।