May 14, 2024

खुदाई के दौरान धरती से निकला 1000 साल पुराना शिव मंदिर, हैरत में पुरातत्व विभाग

New Delhi/Alive News: महाकालेश्वर मंदिर के बाद अब उज्जैन-बड़नगर रोड पर स्थित ग्राम कलमोड़ा में खुदाई के दौरान 1000 साल पुराना शिव मंदिर मिला है। पुरातत्व विभाग द्वारा बारीकी से जांच की जा रही है। मंदिर के अवशेष को भी संभाला जा रहा है। बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण के दौरान खुदाई का कार्य कई महीनों से चल रहा है। इस दौरान प्राचीन मूर्तियां और शिवलिंग के साथ-साथ मंदिर भी मिले हैं। इसी तरह खुदाई के दौरान 1000 वर्ष पुराने शिव मंदिर का भी पता चला है।

बड़नगर रोड पर स्थित ग्राम कलमोड़ा में खुदाई के दौरान बड़ा शिव मंदिर मिला है। यहां पुरातत्व विभाग द्वारा लगातार खुदाई करवाई जा रही है।पुरातत्व विभाग के अधिकारी डॉ धुर्वेंद्र जोधा ने बताया कि शिव मंदिर का क्षेत्रफल काफी बड़ा है यहां प्रतिदिन 20 मजदूरों द्वारा खुदाई करवाई जा रही है अभी खुदाई में और वक्त लग रहा है। पूर्व में ही आशंका जताई जा रही थी कि यहां पर शिव मंदिर और गर्भ निकल सकता है।

इसी के तहत सावधानीपूर्वक खुदाई का कार्य किया जा रहा था. खुदाई के दौरान शिवलिंग, भगवान विष्णु की प्रतिमा, जलाहरि सहित भगवान के मंदिर के अवशेष मिले हैं. पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यह मंदिर कम से कम 1000 साल पुराना है। मंदिर के अवशेषों का परीक्षण करने के लिए कुछ और विशेषज्ञों को भी बुलवाया गया है।

उज्जैन का प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है जबकि उत्तर की दिशा देवताओं की दशा मानी जाती है। पुरातत्व विभाग के मुताबिक कलमोड़ा में मिला शिव मंदिर उत्तर मुखी मंदिर है। यहां खुदाई के दौरान और भी महत्वपूर्ण अवशेष मिलने की संभावना है। पत्थरों के आकार और अवशेष को देखकर यह भी दावा किया जा रहा है कि यह मंदिर प्रशिक्षित कारीगरों द्वारा तैयार किया गया होगा।

45 फीट के दायरे में खुदाई जारी
पुरातत्व विभाग द्वारा यहां 45 फीट के दायरे में खुदाई कार्य करवाए जा रहा है. इस दौरान इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि अवशेष को पूरी तरह सुरक्षित निकाला जा सके। अधिकारी धुर्वेंद्र जोधा के मुताबिक 2 साल पहले पुरातत्व विभाग की ओर से यहां खुदाई का टास्क मिला था। कोरोना की वजह से काम थोड़ा धीमी गति से हुआ लेकिन एक बार फिर काम ने गति पकड़ ली है।